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Hindi News उत्तर प्रदेश लखनऊ में 14 साल की बच्ची से मीट व्यापारी ने किया रेप, कराया गर्भपात; डिप्टी CM ब्रजेश पाठक तक पहुंचा मामला

लखनऊ में 14 साल की बच्ची से मीट व्यापारी ने किया रेप, कराया गर्भपात; डिप्टी CM ब्रजेश पाठक तक पहुंचा मामला

ऐसी खबरें थीं कि आरोपियों ने मामले को रफा-दफा करने के लिए पीड़ित परिवार को 4-5 लाख रुपये के बीच की रकम की पेशकश की। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, जिनके पास स्वास्थ्य विभाग भी है, ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उस अस्पताल को सील करने का निर्देश दिया, जहां नाबालिग का गर्भपात कराया गया था।

deputy cm brajesh pathak- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के गोसाईंगंज इलाके में 14 वर्षीय एक दलित लड़की के साथ रेप किया गया और उसका गर्भपात कराया गया। आरोपियों ने समझौता करने के लिए लड़की को पैसे की पेशकश की। रविवार को परिवार द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद ही पुलिस को घटना का पता चला। पुलिस ने आरोपी की पहचान 40 वर्षीय मोहम्मद उमर के रूप में की है। पुलिस ने कहा कि आरोपी मीट व्यापारी है और इलाके में एक दुकान चलाता है। लड़की को अकेले स्कूल जाते देख एक दिन उसने उसे पकड़ लिया।

तबियत बिगड़ने पर पीड़िता ने परिजनों को बताया
गोसाईंगंज के SHO दीपक पांडे ने बताया कि उमर ने लड़की के साथ जबरदस्ती की और उसे इस बात के बारे में चुप रहने की धमकी दी। इसके बाद वह अक्सर उसे रोकता और रेप करता था जिससे लड़की गर्भवती हो गई। जब उसने इसकी शिकायत आरोपी से की तो वह उसे एक डॉक्टर के पास ले गया और गर्भपात करा दिया। गर्भपात के कारण लड़की को खून की कमी हो गई। उसके माता-पिता चिंतित हो गए और उसे एक डॉक्टर के पास ले गए तो मामले का खुलासा हुआ।

पीड़ित परिवार को 4-5 लाख रुपये की पेशकश
ऐसी खबरें थीं कि आरोपियों ने मामले को रफा-दफा करने के लिए पीड़ित परिवार को 4-5 लाख रुपये के बीच की रकम की पेशकश की। बाद में पुलिस को सूचित किया गया और इस संबंध में मामला दर्ज किया गया।

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डिप्टी CM ने अस्पताल को सील करने का दिया निर्देश
इस बीच, घटना का संज्ञान लेते हुए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जिनके पास स्वास्थ्य विभाग भी है, ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उस अस्पताल को सील करने का निर्देश दिया, जहां नाबालिग का गर्भपात कराया गया था। पाठक ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि बिना लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के अवैध तरीके से अस्पताल चल रहा है। उन्होंने संबंधित अधिकारी से अस्पताल प्रशासन के खिलाफ FIR दर्ज करने को कहा। डिप्टी सीएम के आदेश पर सभी गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया गया।