बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश सरकार को सलाह दी कि वह 'बुलडोजर राजनीति' छोड़कर जंगली जानवरों से निपटने की रणनीति बनाए। मायावती ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर सिलसिलेवार पोस्ट में कहा, ''उप्र के कुछ जिलों में जंगली जानवर बच्चों, बुजुर्गों, नौजवानों आदि पर हमला कर रहे है। उसे रोकने के लिए सरकार जरुरी कदम उठाये। मजदूर और गरीब लोग जंगली जानवरों के हमलों के डर की वजह से अपने पशुओं के चारे का प्रबन्ध तथा मजदूरी भी नहीं कर पा रहे हैं। उनके लिए उचित व्यवस्था की जाये।''
मायावती ने की कार्रवाई की मांग
उन्होंने कहा, ''साथ ही सरकार जंगली जानवरों से निपटने की भी रणनीति बनाये। इस समय सरकार व सपा को बुलडोजर की राजनीति करने की बजाय यह मामला अदालत पर छोड़ देना चाहिये, जहाँ न्याय मिलने की पूरी उम्मीद है।'' मायावती ने बस्ती जिले में एक निजी एम्बुलेंस चालक द्वारा एक मरीज की पत्नी से दुष्कर्म की कोशिश की घटना का जिक्र करते हुए कहा, ''बस्ती जिले में निजी एम्बुलेंस चालक ने एक मरीज को ले जाते समय, उसकी पत्नी के साथ छेड़छाड व दुष्कर्म करने की कोशिश की। यह अत्यंत शर्मनाक है। पीड़िता के पति की मृत्यु हो गई है। सरकार को चालक के विरूद्ध कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।''
बहराइच में भेड़ियों का आतंक
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेडियों के आतंक से लोक खौफ में जी रहे हैं। यहां भेड़िये के हमलों में 8 बच्चों समेत कुल 9 लोगों की मौत हो चुकी है। इन नरभक्षी भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग का अमला जुटा है। कुछ भेड़िए पकड़ में आ चुके हैं लेकिन अभी भी ग्रामीणों पर भेड़िए के हमले जारी हैं। इतना ही नहीं अब आसपास के जिलों में भी इनका आतंक फैल रहा है। इस बीच अब प्रशासन ने इन नरभक्षी भेड़ियों को खत्म करने का प्लान बनाया है। नरभक्षी भेड़ियों को मारने के लिए प्रभावित इलाकों में शूटर तैनात कर दिए गए हैं।