गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। एक पुलिस अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, झाड़-फूंक के नाम पर एक महिला को इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करने के आरोप में एक मौलवी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। मौलवी पिछले 8 सालों से झाड़-फूंक करके बीमार लोगों को ठीक करने का दावा करता था और उन्हें इस्लाम अपनाने को कहता था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला के बेटे अक्षय श्रीवास्तव ने मौलवी सरफराज के खिलाफ नंदग्राम थाने में मामला दर्ज कराया था।
‘मां ने हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां और तस्वीरें हटा दीं’
अपनी शिकायत में अक्षय श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी मां मीनू (45) को 2017 से कुछ मानसिक और शारीरिक परेशानी हो रही थी। उन्होंने बताया कि कुछ परिचित लोगों की सलाह मानकर वह मौलवी के पास पहुंचीं, जिसने झाड़-फूंक से इलाज शुरू कर दिया। शिकायत में अक्षय ने कहा कि कुछ दिनों बाद मौलवी ने उनकी मां से कहा कि अगर वह अपना धर्म परिवर्तन कर के इस्लाम अपना लें तो उन्हें बेहतर परिणाम मिलेंगे। उन्होंने बताया कि मौलवी के सुझाव के बाद, उनकी मां ने अपने घर से हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां और तस्वीरें हटा दीं।
‘पूरे परिवार को इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया’ अक्षय ने कहा कि उनकी मां ने अपने बच्चों और अन्य सदस्यों को भी मौलवी के सुझाव पर इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया। अपर पुलिस उपायुक्त (ACP), नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि मौलवी सरफराज को शुक्रवार को मोरटी गांव के तिराहा से गिरफ्तार कर लिया गया। सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान सरफराज ने पुलिस को बताया कि वह पिछले 8 साल से इलाके में झाड़ फूंक का काम कर रहा था और बीमार लोगों को बुरी आत्माओं से बचाने के लिए इस्लाम अपनाने के लिए कहा करता था।