"शूट एट साइट का ऑर्डर दें..." मणिपुर मामले पर सपा सांसद एसटी हसन ने मोदी सरकार को घेरा
मणिपुर मामले पर सपा सांसद एसटी हसन ने कहा कि महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेडा कराने की घटना से दिल दहल गया है। हिंदुस्तान की सारी तहज़ीब को तितर-बितर कर दिया है। मुख्यमंत्री इस्तीफा दें। शूट एट साइट का ऑर्डर दें। अगर सरकार से नहीं संभाला जा रहा तो मिलिट्री के हवाले करें।
मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनके साथ अश्लील हरकत करने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने से पूरा देश हैरान रह गया। ये वीडियो 4 मई का बताया जा रहा है जिसे सामने आने में 2 महीने से ज्यादा लग गए। इस मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। मणिपुर के हालात पर विपक्ष लगातार राज्य के सीएम बिरेन सिंह के इस्तीफे की मांग कर रहा है। इसी को लेकर अब सपा सांसद एसटी हसन ने भी सवाल उठाए हैं और भाजपा को घेरा है।
"हिंदुस्तान की तहजीब को कर दिया तितर-बितर"
एसटी हसन ने कहा कि यह बहुत ही दिल दहलाने वाली घटना हुई है। इस घटना ने हमारे हिंदुस्तान की सारी तहजीबों को बखेर दिया है, तितर-बितर कर दिया है। हमारी सभ्यताओं को, आपसी रिश्तो को, इंसानी रिश्तो को बर्बाद किया है। हमारा सर तमाम दुनिया के आगे झुका हुआ है। ऐसे क्राइम और इस तरीके से दो बच्चियों के बाप को मारना फिर भाई को मारना, उनको निवस्त्र करके सरेआम घुमाना और अश्लील हरकत करना। सरकार कहां है, क्यों नहीं इन लोगों के साथ एक इबरत्नक इनको सजा दी जाए। 75 दिन बाद पता चला है, जब सोशल मीडिया पर चीजें वायरल हो गईं, उससे पहले क्या हो रहा था?
"मुख्यमंत्री कह रहे कि ऐसे तो कई वीडियो हैं"
एसटी हसन ने कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं ऐसी तो दो ढाई सौ घटनाएं होंगी। मुख्यमंत्री को शर्म नहीं आ रही ऐसी बातें कहते हुए। किस बात के मुख्यमंत्री हैं वह। डबल इंजन की सरकार कहां गई, क्या ऐसी होती है सरकारें?
"शूट एट साइट का दें ऑर्डर, राष्ट्रपति शासन होना चाहिए"
सपा सांसद हसन ने आगे कहा कि अगर सरकार से नहीं संभाला जा रहा है तो मिलिट्री के हवाले करें। ऐसे तमाम दंगाइयों पर शूट एट साइट का ऑर्डर दिया जाए। महीनों हो गए यह हिंसा होते हुए और लोग तमाशा देख रहे हैं। सब लोग वहां पर गए भी, पूरी सही से इनफॉरमेशन लो, अगर सरकार ने नहीं दी सारे नेताओं को, जब सोशल मीडिया पर दिखी यह सब तस्वीरें तो हम सब का सर शर्म से झुक गया। एसटी हसन ने कहा कि राष्ट्रपति शासन होना चाहिए, इस बात के अलावा किस बात का इंतजार है। वहां के चीफ मिनिस्टर को बर्खास्त किया जाए।
"संसद में उठाएंगे आवाज"
हसन ने कहा हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री जी संसद के बाहर तो बोल गए संसद के अंदर बोलें। सारे काम एक तरफ छोड़िए सबसे पहले मणिपुर के ऊपर डिस्कशन हो और फिर निष्कर्ष निकालें, किसी नतीजे पर संसद वहां पहुंचे।
2017 में पीएम के द्वारा मणिपुर पर किए ट्वीट पर बोले-
एसटी हसन ने कहा कि पीएम साहब जाहिर है मेरे भी पीएम हैं। मैं उस कुर्सी की बहुत इज्जत करता हूं, लेकिन वह इस तरीके के बयानात अक्सर देते भी रहते हैं और जब अपने ऊपर आती है तो उसको लागू नहीं करते हैं। एक अच्छे राजनेता का, एक खुद्दार राजनेता की यह ड्यूटी होनी चाहिए कि जो वह कह रहा है अगर वह इस जगह पर है तो अपने ऊपर भी लागू करे।
(रिपोर्ट- राजीव शर्मा)
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