6 बच्चों का शिकार करने वाला आदमखोर भेड़िया पकड़ाया, बहराइच में एक महीने से मचा रखा था आतंक
इस भेड़िये ने डेढ़ महीने के अंदर छह बच्चों को अपना शिकार बनाया था। आदमखोर भेड़िये के पकड़े जाने से बहराइच के लोगों ने राहत की सांस ली है।
उत्तर प्रदेश के बहराइच में वन विभाग की टीम ने आदमखोर भेड़िये को पकड़ लिया है। इस भेड़िये के पकड़े जाने से बहराइच के लोगों ने राहत की सांस ली है। आदमखोर भेड़िये ने डेढ़ महीने के अंदर छह बच्चों को अपना शिकार बनाया था। महसी क्षेत्र के कुलैला गांव में भेड़िया जाल में कैद हुआ। इस भेड़िये ने सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात एक और बच्चे को अपना शिकार बनाया था। इसके साथ ही तीन अन्य बच्चों को घायल कर दिया था। इससे पहले भी तीन भेड़िये पकड़े जा चुके हैं, लेकिन गांव के लोगों का कहना है कि आदमखोर भेड़ियों की संख्या एक दर्जन के करीब है।
पिछले डेढ माह के भीतर पांच बच्चे भेड़ियों के हमले का शिकार हो चुके हैं। वन विभाग ने मंगलवार को यह जानकारी दी थी। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इन हादसों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि ऐसे हादसे दो तरफा भाजपा सरकार की नाकामी को दर्शाते हैं।
वन विभाग की टीम पहुंचने से पहले किया शिकार
वन विभाग के अधिकारी के अनुसार, सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात भेड़ियों ने हमला करके एक गांव के तीन बच्चों को घायल कर दिया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के लिए टीम जब तक वहां पहुंचती तब तक दूसरे गांव पहुंच चुके भेड़िए ने पांच वर्षीय एक और बच्चे को अपना निवाला बना लिया था। प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) अजीत प्रताप सिंह ने मंगलवार को कहा था, "महसी तहसील के हरदी थाना क्षेत्र में हमारी कई टीम दो दर्जन से अधिक गांवों में लगातार दिन-रात गश्त पर हैं। इस बीच बीती रात खबर मिली कि खैरीघाट थानाक्षेत्र के छत्तरपुर ग्राम पंचायत के तीन, छह एवं नौ साल के तीन बच्चों पर भेड़ियों ने हमला कर दिया। हालांकि, ग्रामीणों की मुस्तैदी से बच्चों को बचा लिया गया।"
छह बच्चों की हुई मौत
अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि टीम जब तक वहां पहुंचती तब तक हमलावर जानवर वहां से पास के गांव ग्राम पंचायत रायपुर के मजरा दीवानपुरवा पहुंच गया और अपने माता-पिता के साथ सो रहे अयांश (पांच) पुत्र सजन को उठा ले गया। उन्होंने बताया कि तलाश शुरू हुई तो मंगलवार तड़के नजदीक के एक खेत से अयांश का करीब 40 से 50 प्रतिशत खाया गया शव बरामद किया गया। डीएफओ ने बताया, ‘‘शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।’’ उन्होंने बताया कि बीते डेढ़ माह में इन हमलों से अब तक छः बच्चों की मौत हो चुकी है।
हाई फ्रीक्वेंसी ड्रोन से हो रही निगरानी
भेड़ियों के आतंक के बीच विशेषज्ञ के तौर पर बाराबंकी के डीएफओ आकाशदीप बधावन व कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के डीएफओ बी.शिवशंकर ने अभियान की कमान संभाल रखी है। डीएम, एसपी एवं वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं। निरंतर पुलिस, प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों के सहयोग से भेड़ियों के झुंड को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। इस बार भेड़ियों ने गश्त वाले गांवों को छोड़कर नये इलाके में हमला किया है। डीएफओ सिंह ने बताया कि हमारी टीमें हरदी थाना अंतर्गत स्थित प्रभावित गांवों में गश्त पर थीं। सिंह ने बताया कि हाई फ्रीक्वेंसी’ वाले ड्रोन कैमरों की मदद से भेड़ियों के झुंड की निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमलावर भेड़ियों की संख्या पर भी निश्चित मत नहीं मिल पा रहा है। प्रशासन व वन विभाग अभी तीन और भेड़ियों की मौजूदगी की जानकारी दे रहा है तो ग्रामीण एक दर्जन भेड़िए होने का दावा कर रहे हैं।
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