कोहरा के चलते यमुना एक्सप्रेसवे पर बड़ा हादसा, आपस में टकराईं दर्जन भर गाड़ियां, कई घायल
घने कोहरे के चलते दर्जन भर गाड़ियां आपस में टकरा गईं जिससे कई लोग घायल हो गए। कई लोगों को चोट आई है और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
उत्तर प्रदेश: कोहरे की वजह से यमुना एक्सप्रेसवे पर बुधवार सुबह बड़ा हादसा हुआ है। नोएडा से आगरा की ओर जाने वाली लेन पर दयानतपुर गांव के पास बुधवार की सुबह घने कोहरे के चलते दर्जन भर गाड़ियां आपस में टकरा गईं जिससे कई लोग घायल हो गए। अपर पुलिस उपायुक्त (जोन तृतीय) अशोक कुमार सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना में कई लोगों को चोट आई है और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
आगे चल रहे डंपर से टकराया ट्रक
सिंह ने बताया कि आज सुबह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में घने कोहरे के चलते यमुना एक्सप्रेसवे के दयानतपुर गांव के पास एक ट्रक आगे चल रहे एक डंपर से टकरा गया। फिर उसके पीछे एक के बाद एक कर करीब दर्जन भर गाड़ियां टकराती चली गईं। उन्होंने बताया कि घायलों की संख्या अभी पता नहीं है, लेकिन कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि सुबह करीब 7:00 बजे हुई इस घटना की सूचना पाकर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि घायल लोगों को कैलाश अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। अपर उपायुक्त ने बताया कि सात गाड़ियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई है, जबकि कई वाहनों को मामूली क्षति पहुंची है। उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त वाहनों को हटा दिया गया है और सामान्य यातायात बहाल कर दिया गया है।
फॉग लाइट और डीपर लाइट जलाने की सलाह
उन्होंने बताया कि दुर्घटना के बाद जेवर पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते जाने वाले लोगों को धीमी गति से वाहन चलाने और अपनी गाड़ियों के फॉग लाइट और डीपर लाइट जलाने की सलाह दी। उन्होंने लोगों से अपील की कि एनसीआर में घने कोहरे के चलते सावधानी से वाहन चलाएं और अगर संभव हो तो कोहरे में बाहर निकलने से बचें। सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में एक्सप्रेसवे पर कई निजी और वाणिज्यिक वाहन क्षतिग्रस्त हालत में दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में यह भी नजर आ रहा है कि एक्सप्रेसवे की एक लेन पर कुछ निर्माण कार्य चल रहा है और अवरोधक लगे हैं। इस महीने के शुरु में कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए निवारक उपाय के रूप में यमुना एक्सप्रेसवे पर उच्च गति सीमा 80 किमी प्रति घंटा तय की गई थी। यह गति सीमा 15 दिसंबर को शुरू की गई और 15 फरवरी तक लागू रहेगी।