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Hindi News उत्तर प्रदेश EXCLUSIVE: संभल मस्जिद विवाद के मुख्य याचिकाकर्ता ऋषिराज गिरी महाराज ने दिखाया पुराना नक्शा, मंदिर होने के सबूतों पर की बात

EXCLUSIVE: संभल मस्जिद विवाद के मुख्य याचिकाकर्ता ऋषिराज गिरी महाराज ने दिखाया पुराना नक्शा, मंदिर होने के सबूतों पर की बात

संभल में जिस मस्जिद को लेकर विवाद चल रहा है, इस विवाद के मुख्य याचिकाकर्ता महंत ऋषिराज गिरी ने इंडिया टीवी से बात की। इस दौरान उन्होंने प्राचीन नक्शा भी दिखाया, जिसमें मंदिर होने का दावा किया गया है।

ऋषिराज गिरी महाराज ने दिखाया पुराना नक्शा।- India TV Hindi Image Source : INDIA TV ऋषिराज गिरी महाराज ने दिखाया पुराना नक्शा।

संभल की शाही जामा मस्जिद विवाद के सर्वे को लेकर बवाल काफी बढ़ गया है। यहां उपद्रवियों ने पुलिस पर पत्थर चलाए। इस बीच पुलिस अब आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में जुटी हुई है। वहीं शाही जामा मस्जिद विवाद के मुख्य याचिकाकर्ता और केला देवी मंदिर के महंत ऋषिराज गिरी महाराज ने इंडिया टीवी से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने यहां पर मंदिर होने के दावे को लेकर विस्तार से जानकारी दी।

विक्रम संवत 987 का नक्शा

याचिकाकर्ता महंत ऋषिराज गिरी का दावा है कि उनके पास एक नक्शा है, जो विक्रम संवत 987 का है। इस नक्से में पूरे संभल जिले को अंकित किया गया है। इस नक्शे में संभल के 68 तीर्थ स्थलों का जिक्र है। इसके साथ ही 19 कूप यानी कुओं का भी जिक्र है। महंत ऋषिराज गिरी का दावा है कि इन 19 कुओं में से एक कुआं मौजूदा समय की शाही जामा मस्जिद के अंदर है, जो पहले श्री हरिहर मंदिर हुआ करता था। मंदिर को बाबर ने तुड़वाकर वहां मस्जिद बना दी थी। 

किताबों में भी मंदिर का जिक्र

महंत ऋषिराज गिरी का यह भी दावा है कि मस्जिद के अंदर अभी भी ऐसे सबूत मौजूद हैं, जिनसे यह साबित होता है कि शाही जामा मस्जिद पहले श्री हरिहर मंदिर हुआ करती थी। इसके अलावा महंत ऋषिराज गिरी का दावा है कि बाबरनामा किताब में भी यहां मंदिर होने का जिक्र है। इसके साथ ही महंत ऋषिराज गिरी ने एक और किताब का जिक्र किया है और उसी किताब को आधार बनाकर यह दावा किया है कि यहां पर पहले श्री हरिहर मंदिर होता था। 

पूजा करने के लिए लगाएंगे याचिका

महंत ऋषिराज गिरी का कहना है कि वो कोर्ट में एक याचिका लगाएंगे और कोर्ट से दरख्वास्त करेंगे कि शाही जामा मस्जिद में नमाज अदा करने पर रोक लगाई जाए और हिंदुओं को वहां पर पूजा करने की इजाजत दी जाए। याचिकाकर्ता महंत ऋषिराज गिरी का कहना है कि संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर जो हिंसा हुई वह निंदनीय है दंगाई स्थानीय निवासी नहीं थे दूर से वहां बुलाए गए थे। इसका मतलब जो हिंसा हुई वह सुनियोजित तरीके से की गई। महंत ऋषिराज गिरी का कहना है कि उन्हें कोर्ट पर पूरा भरोसा है और मुस्लिम पक्ष को भी कोर्ट पर विश्वास रखना चाहिए। कोर्ट का जो आदेश होगा वह मानना चाहिए।

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