माफिया अतीक अहमद के दोनों बेटों को आज बाल सुधार गृह से छोड़ दिया गया हैं। उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक के दोनों बेटों को पुलिस ने बाल सुधार गृह में दाखिल किया था। उस वक्त अतीक की पत्नी शाईस्ता की तरफ से CJM कोर्ट में अर्ज़ी दाखिल करके पुलिस से बच्चों को सामने लाने की गुहार लगाई थी जिस पर CJM कोर्ट ने धूमनगंज पुलिस से आख्या मांगी थी। अपनी आख्या में पुलिस ने बताया था कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक का पूरा परिवार फरार हो गया। दोनों बच्चे चकिया में लावारिस हालत में मिले इसलिए सुरक्षा को देखते हुए अतीक के दोनों बेटों को बाल गृह में दाखिल किया गया था।
सुरक्षा के लिए सरकार ने मुहैया कराया गनर
उमेश पाल हत्याकांड के बाद से अतीक के दोनों बेटे राजरूपपुर के बाल गृह में रह रहे थे जिसमें से अतीक का एक बेटा एहजम अभी 4 अक्टूबर को बालिग हुआ है। जबकि दूसरा बेटा अभी भी नाबालिग है। आज दोनों बेटों को बाल गृह से निकाल कर अतीक की बहन शाहीन परवीन को सौंपा गया। पुलिस ने दोनों लड़को को सुरक्षित परवीन के घर तक पहुंचा दिया है। अतीक के दोनों बेटों की सुरक्षा के लिए सरकार ने उनको एक गनर भी मुहैया कराया है। जिस अतीक की बहन शाहीन ने अतीक के बेटों के लिए अर्जी दाखिल की थी उस पर भी रंगदारी का मुकदमा दर्ज है और उसका पति गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है।
उमेश पाल हत्याकांड में आया था नाम
बता दें कि एहजम अहमद का नाम भी उमेश पाल हत्याकांड में सामने आया था। अतीक के वकील खान सौलत हनीफ ने खुद अपने बयान में इस बात को कबूला था। सभी शूटरों और अतीक-अशरफ के मोबाइल फोन पर फेसटाइम एप के जरिए आईडी बनाने वाला और कोई नहीं बल्कि एहजम ही था। प्रयागराज पुलिस ने एहजम का नाम भी केस डायरी में शामिल किया था।
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