लखनऊ में आज कांग्रेस पार्टी द्वारा विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यालय में प्रभात पांडेय नाम का एक युवक बेहोश मिला, जिसे कांग्रेस कार्यालय से अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान डॉक्टरों ने प्रभात पांडेय को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसे लेकर सोशल मीडिया पर तमाम तरह के अफवाह फैलाए जा रहे हैं, इसे लेकर अब लखनऊ पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दिया जाएगा। इसे लेकर लखनऊ पुलिस ने एक पोस्टर भी जारी किया गया है। बता दें कि प्रभात पांडेय की मौत मामले पर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बयान देते हुए सरकार से इस घटना की जांच की मांग की है।
लखनऊ पुलिस ने की अपील
अजय राय ने बयान देते हुए कहा कि पुलिस ने कांग्रेसियों के रास्ते में नुकीले कील वाले बैरिकेड लगाए थे और वो खुद पुलिस की धक्का-मुक्की में बेहोश हो गए थे। इस मामले पर अब पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए। लखनऊ पुलिस ने पोस्टर में लिखा, 'आज दिनांक 18 दिसंबर 2024 को लगभग शाम 5 बजे कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय निवासी सहजनवा, गोरखपुर को कांग्रेस प्रदेश पार्टी कार्यालय से सिविल अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उन्हें मृत अवस्था में ही अस्पताल लाया गया था। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि मृतक को आखिरी बार कांग्रेस पार्टी कार्यालय में देखा गया था, जहां वह बेहोशी की हालत में पा गए। डॉक्टरों के मुताबिक, प्रथम दृष्टया उनके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं।'
लखनऊ पुलिस ने कहा- अफवाहों पर ध्यान न दें
लखनऊ पुलिस ने आगे लिखा, 'मामले की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम डॉक्टरों के पैनल द्वारा वीडियोग्राफी के साथ कराया जाएगा। पुलिस विधिक प्रक्रिया का पालन करते हुए त्वरित और पारदर्शी जांच सुनिश्चित करेगी। घटना के संबंध में फैलाई जा रही अफवाहों पर लखनऊ पुलिस का पक्ष है कि प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर किसी भी प्रकार का बल प्रयोग किया ही नहीं गया था। इस घटना से जोड़कर गलत जानकारी व अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी ताकि कानून व्यवस्था और शांति पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ सभी नागरिकों से अपील करती है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही अफवाह फैलएं। किसी भी जानकारी के लिए आधिकारिक स्त्रोतों पर ही भरोसा करें।'