उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बीते दिनों इंडियन ओवरसीज बैंक के लॉकरों को तोड़कर करोड़ों रुपये की डकैती की गई थी। इस वारदात के बाद दो लोगों को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। इस बीच लखनऊ के बैंक में हुई चोरी के मामले में एक दिलचस्प बात सामने आई है। दरअसल चोरों ने 32 गोल्ड लोन वाले लॉकरों को नहीं छुआ, लेकिन 42 सामान्य लॉकरों को काटकर करोड़ों के जेवर और लाखों रुपये चोरी कर लिए। पुलिस ने कहा कि इससे लगता है कि चोरों को बैंक लॉकर के अंदर के नक्शे की जानकारी अच्छे से थी। पुलिस अभी तक इस बात से भी इनकार नहीं कर रही है कि इस बड़ी सेंधमारी में किसी बैंककर्मी का भी हाथ हो सकता है। इसलिए हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है।
लखनऊ बैंक चोरी मामले में दिलचस्प खुलासा
बता दें गोल्ड लोन वाले लॉकरों में रखे मॉल का ब्योरा बैंक और ग्राहक दोनों के पास होता है। लेकिन सामान्य लॉकरों में रखे मॉल का ब्योरा बैंक के पास नहीं होता है। इसकी जानकारी सिर्फ ग्राहक के पास ही होती है। गोल्ड लोन वाले लॉकर का पूरा पैसा खोने या चोरी होने पर जिम्मेदारी बैंक की होती है, जबकि सामान्य लॉकर के लिए बैंकों की गाइडलाइन्स अलग-अलग है। इसलिए किस वजह से गोल्ड लोन वाले लॉकर बच गए और किन वजहों से सामान्य लॉकर से चोरी हो गई ये सवाल पुलिस को भी सोचने पर मजबूर कर रहा है। लखनऊ पुलिस के अनुसार बैंक में कुल 90 लॉकर थे, जिनमें से 74 ऑपरेटिव्स स्थिति में थे।
चोरों ने 42 लॉकरों को काटकर की चोरी
पुलिस ने बताया कि चोरों ने 42 लॉकरों को काटा, जिनमें से 40 चल रहे थे। गोल्ड लोन वाले लॉकरों में रखे माल का ब्यौरा बैंक रखता है और उनकी वीडियोग्राफी भी कराई जाती है। ऐसे में इन लॉकर्स की इतनी पर्टिकुलर जानकारी होना और क्या इसी वजह से लॉकर काटे गए ये पुलिस के लिए बड़ा सवाल है। इसका जवाब पुलिस अपनी जांच में हासिल करना चाहती है ताकि इस बड़ी चोरी का खुलासा हर किसी के सामने किया जा सके। बता दें कि बीते दिनों एनकाउंटर में इसी मामले में यूपी पुलिस की टीम ने दो आरोपियों को ढेर कर दिया था। इस दौरान उनके पास के करोड़ों के जवाहरात और लाखों रुपये कैश बरामद हुए थे।