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Hindi News उत्तर प्रदेश Lok Sabha Elections 2024: कैसरगंज से बृजभूषण सिंह का टिकट कटा, जानें BJP ने किसे बनाया उम्मीदवार

Lok Sabha Elections 2024: कैसरगंज से बृजभूषण सिंह का टिकट कटा, जानें BJP ने किसे बनाया उम्मीदवार

Lok Sabha Elections 2024 : भारतीय जनता पार्टी ने कैसरगंज लोकसभा सीट से बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काट दिया है। पार्टी ने उनकी जगह उनके बेटे करण भूषण सिंह को उम्मीदवार बनाया है।

बृजभूषण शरण सिंह का...- India TV Hindi Image Source : FILE बृजभूषण शरण सिंह का टिकट कटा

Lok Sabha Elections 2024: भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए नई लिस्ट जारी की है जिसमें कैसरगंज लोकसभा सीट से बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काट दिया है। पार्टी ने बृजभूषण सिंह के बेटे करण भूषण को कैसरगंज लोकसभा सीट से टिकट दिया है। वहीं पार्टी ने अपनी 17 वीं लिस्ट में रायबरेली लोकसभा सीट से भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। रायबरेली सीट से बीजेपी ने दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है।

बृजभूषण पर गंभीर इल्जाम

दरअसल, कैसरगंज से बीजेपी उम्मीदवार के नाम पर सियासत काफी गर्म थी। बृज भूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने गंभीर इल्जाम लगाए थे। इसके बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी बृजभूषण का टिकट काट सकती है और किसी नए चेहरे को कैसरगंज लोकसभा सीट पर उम्मीदवार बना सकती है। बीजेपी ने अपनी 17 वीं लिस्ट में मौजूदा सांसद बृजभूषण सिंह का टिकट काटकर उनके बेटे करण भूषण सिंह को चुनाव मैदान में उतार दिया है।

उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं करण भूषण

करण भूषण शरण सिंह बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के छोटे बेटे हैं। वे डबल ट्रैप शूटिंग के नेशनल प्लेयर रह चुके हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया से बिजनेस मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया है। करण भूषण वर्तमान में उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। 

बृजभूषण ने कैसरगंज सीट से लगातार तीन बार चुनाव जीता

गौरतलब है कि बृजभूषण शरण सिंह दो बार गोंडा लोकसभा सीट से एक बार बहराइच से और कैसरगंज लोकसभा सीट से लगातार तीन बार जीत दर्ज कर सांसद हैं। वे समाजवादी पार्टी के टिकट पर भी चुनाव लड़कर संसद पहुंच चुके हैं। उन्होंने 2009 में कैसरगंज लोकसभा सीट से अपना पहला चुनाव समाजवादी पार्टी के टिकट पर ही लड़ा था और जीत दर्ज की थी।

2008 में बीजेपी ने पार्टी से किया था सस्पेंड

दरअसल, 2008 में यूपीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर क्रॉस वोटिंग के आरोप में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद वे 2009 के लोकसभा चुनाव में बृजभूषण समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले और वे वापस बीजेपी में लौट आए और कैसरगंज सीट से जीत दर्ज की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने बीजेपी के टिकट पर कैसरगंज सीट से जीत दर्ज की थी।