उत्तर प्रदेश की वीआईपी सीट में शुमार अमेठी में चुनावी शह-मात का खेल चल रहा है। कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के प्रदेश सह समन्वयक विकास अग्रहरि ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और भाजपा के जिला अध्यक्ष राम प्रसाद मिश्र के सामने भाजपा का दामन थामा। दोपहर बाद उनका मन बदल गया और उन्होंने घर वापसी कर ली।
'पहले भी कांग्रेस में था, आगे भी कांग्रेस में रहूंगा'
कांग्रेस नेता विकास अग्रहरि ने बताया कि वह अपने निजी काम से सांसद के आवास पर गए थे। वहां जबरन भाजपा नेताओं और स्मृति ईरानी ने भगवा गमछा पहनाकर भाजपा में शामिल करवा दिया। कांग्रेस नेता विकास का कहना है कि वह पहले भी कांग्रेस में थे और आगे भी कांग्रेस में ही रहेंगे।
क्या बोली बीजेपी?
अमेठी के भाजपा जिला अध्यक्ष राम प्रसाद मिश्र का दावा है कि विकास अग्रहरि भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्हें कोई बुलाने नहीं गया था। अब वह किसी दबाव में अनर्गल बातें बोल रहे हैं। इस समय वैसे भी राज्य में आचार संहिता लगी हुई है। विकास योजनाओं से जुड़े काम बंद हैं तो कांग्रेस के नेता कौन सा काम लेकर आए थे। वह झूठ बोल रहे हैं। वह भाजपा ही ज्वाइन करने आए थे। उन पर कांग्रेस की ओर से दबाव बनाया गया होगा और वो पलट गए।
बता दें कि इसी महीने विकास को कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल का कॉर्डिनेटर बनाया गया है। हाल ही में कांग्रेस के प्रदेश महासचिव रहे राजेश्वर प्रताप सिंह उर्फ ननके सिंह कांग्रेस छोड़कर स्मृति के सामने भाजपा में शामिल हो गए थे।
कांग्रेस ने स्मृति ईरानी को दी चुनौती
इस बीच कांग्रेस ने अमेठी से भाजपा की सांसद स्मृति ईरानी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने स्मृति ईरानी से अपने निर्वाचन क्षेत्र में कराए गए कोई पांच काम गिनाने की चुनौती देते हुए दावा किया कि कांग्रेस का एक छोटा कार्यकर्ता भी ईरानी को इस बार लोकसभा चुनाव में हरा सकता है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि स्मृति जी घबराई हुई हैं। अगर उन्होंने वहां काम किया होता, तो उन्हें डर नहीं लगता। कांग्रेस ने अमेठी में विकास की गाथा लिखी है।’’ (इनपुट- IANS)
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