Exclusive: पत्नी का टिकट कटने पर बोले धनंजय सिंह- मुझे तीन बार धोखा मिला, अखिलेश का इसमें कोई दोष नहीं
LOk Sabha Election 2024: धनंजय सिंह ने कहा कि उन्हें तीसरी बार धोखा मिला है और पार्टी की कुछ मजबूरियां रही होंगी तभी उनकी पत्नी का टिकट काटा गया है। उन्होंने कहा कि उनके सभी साथी आहत हैं और आगे क्या करना है, इसका फैसला अभी नहीं हुआ है।
LOk Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में बहुजन समाज पार्टी ने धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह का टिकट अंतिम समय पर काट दिया। श्रीकला को बीएसपी ने उत्तर प्रदेश की जौनपुर सीट से उम्मीदवार बनाया था। यहां 25 मई को छठे चरण में मतदान होना है और नामांकन की आखिरी तारीख छह मई थी। ऐसे में श्रीकला ने चार दिन पहले ही नामांकन कर दिया था। हालांकि, नामांकन के आखिरी दिन पार्टी ने फैसला बदला और श्रीकला की जगह निवर्तमान सांसद श्याम सिंह यादव को उम्मीदवार बना दिया। इसके बाद धनंजय सिंह ने कहा है कि उनके साथ तीसरी बार धोखा हुआ है। पत्नी के टिकट कटने पर उन्होंने खुलकर बात की।
धनंजय ने कहा "मुझे दो तीन दिन से ऐसा लग रहा था कि यहां का टिकट बदला जा सकता है। मुझे खतरा था। मैंने पत्नी से पूछा। मुझे तीन बार घोखा मिला है, पार्टी की कोई मजबूरी रही होगी।" बीएसपी के नेताओं को लेकर उन्होंने कहा कि वो लोग गलत बोल रहे हैं, पता नही कितनी जगह कहा कि टिकट वापस ले लिया। धनंजय ने यह भी कहा कि बसपा के साथ उनके वैचारिक मतभेद रहे हैं और वह स्वतंत्र चुनाव लड़ने के लिए तैयार थे, लेकिन उन्हें कन्वेशन हो गया था। बीएसपी के फैसले से उनके सभी साथी आहत हैं। कुछ समय बाद वह तय करेंगे कि क्या करना है।
फर्जी केस में हुई सजा
धनंजय ने कहा कि जिस केस में उन्हें सजा हुई वह फर्जी केस था, उसी केस में उन्हें सजा मिल जाती है, जिसमें कोई क्राईम नहीं हुआ। लेकिन उन्हें सजा दे दी गई। उस समय काम ठीक नहीं हुआ। नामिगंगे का काम था और बिना गवाह के सजा हो गई। उन्होंने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही। जब उनसे पूछा गया कि क्या अखिलेश यादव की फोटो सामने आ गई, उसका भी नुकसान हुआ? इस पर उन्होंने कहा "ऐसा नही है, अखिलेश जी एक शादी में गए थे। मैं भी वहा था, हम और वो साथ संसद रहे हैं। अखिलेश जी का इसमें क्या दोष है। मुझे नहीं लगता कि राजनिति में व्यक्तिगत वैचारिक मतभेद होते हैं।
समर्थन वापस लिया को मुकदमा कर दिया
बाहुबली की छवि पर धनयंजन ने कहा "ऐसी छवि बना दी है। सरकार से समर्थन वापस ले लिया था तो मेरे खिलाफ मामले दर्ज कर दिए। मेरे पर मर्डर का मुकदमा डाल दिया गया। वर्तमान सरकार पर सवाल उठते हैं।" योगी अदित्यनाथ के काम पर उन्होंने कहा कि सारे कामों की न तारीफ की जा सकती है न बुराई की जा सकती है। 42 प्रतिशत वोट से बीजेपी जीती थी। सरकार को लोगों के लिए काम करना चाहिए। राजपूत समुदाय की नाराजगी पर उन्होंने कहा कि जब कहीं समाज की अनदेखी होती है, लेकिन इतनी ज्यादा नाराजगी नही है। कई स्थानीय मुद्दे होते हैं, गाजियाबाद में टिकट कटा तो आसपास के जिले फर्क पड़ता है, लेकिन हमने यहां ऐसा नही होने दिया।
राहुल गांधी को लेकर धनंजय ने कहा कि उन्हें अमेठी से चुनाव लड़ना चाहिए था। उनसे पूछा गया कि अगर आप कोई चीज छोड़ना चाहे तो क्या होगी? धनंजय सोचते रहे मुस्कराते रहे कुछ नहीं बोले। वहीं जब उनसे कहा गया कि आपको अभय सिंह सबसे बड़ा डॉन बताते हैं तो उन्होंने कहा कि अपराधियों के बारे में अभी बात न किजिए। चुनाव हो जाने दिजिए। इसके बाद एक एक अपराधी की फाइल वह देंगे।
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