सीएम योगी ने कहा- कांग्रेस ने बाबासाहेब का स्मारक तक नहीं बनने दिया, उनके पंचतीर्थ बीजेपी ने बनवाए
सीएम योगी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। सीएम योगी ने कहा कि नेहरू ने तो बाबासाहेब के खिलाफ प्रचार किया था। कांग्रेस ने बाबासाहेब को पदम पुरस्कार तक नहीं दिया।
लखनऊ: सीएम योगी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अंबेडकर का अपमान किया है। BJP ने हमेशा बाबासाहेब को सम्मान दिया। सीएम योगी ने कहा कि बीजेपी दलितों और वंचितों को आगे बढ़ाती है। कांग्रेस ने हमेशा दलितों और वंचितों का अपमान किया। कांग्रेस हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति करती है।
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस ने बाबासाहेब को चुनाव हरवाया। कांग्रेस ने बाबासाहेब का स्मारक तक नहीं बनने दिया। बाबासाहेब के पंचतीर्थ बीजेपी ने बनवाए हैं। नेहरू ने तो बाबासाहेब के खिलाफ प्रचार किया था। कांग्रेस ने बाबासाहेब को पदम पुरस्कार तक नहीं दिया।
कांग्रेस नहीं चाहती थी कि बाबासाहेब सांसद बनें या दलितों की आवाज बनें: सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि देश की आजादी आंदोलन में संविधान निर्माण और स्वतंत्र भारत में बाबासाहेब अंबेडकर का बड़ा योगदान रहा। केंद्र में अटल की सरकार हो या नरेंद्र मोदी की सरकार, अंबेडकर को पूरा सम्मान दिया। नेहरू नहीं चाहते थे कि बाबासाहेब अंबेडकर संविधान सभा का हिस्सा बनें। यूपीए की सरकार थी तो एक कार्टून किताबों में था, जिसमें बाबासाहेब अंबेडकर को कोड़े मारते दिखाया गया था। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि बाबासाहेब सांसद बनें, दलितों की आवाज बनें। कांग्रेस ने अंबेडकर के स्मारक नहीं बनने दिए, बाबासाहेब के स्मारक वाजपेयी और मोदी सरकार में बने।
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस कहती थी कि संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है। अखिलेश ने कहा था कि स्मारक तुड़वा देंगे। अखिलेश ने अंबेडकर मेडिकल कॉलेज का नाम भी बदला। कांग्रेस और सपा देश की जनता से माफी मांगें।
आजम खान और अमित शाह का भी जिक्र किया
सीएम योगी ने इशारों में आजम खान का भी नाम लिया। सीएम योगी ने कहा कि आजम खान सुपर सीएम थे। अंबेडकर का अपमान करते थे। वहीं सीएम ने अमित शाह के बयान का भी जिक्र किया और कहा कि अमित शाह के बयान को तोड़ा-मरोड़ा गया। कांग्रेस ने अमित शाह के बयान पर देश को गुमराह किया।
राहुल पर भी साधा निशाना
सीएम योगी ने कहा कि हम तो राहुल जी से कहेंगे ,संसद के अंदर बीजेपी के दो सांसद चोटिल होते हैं, ये आचरण क्या संवैधानिक है? इन सभी को देश से माफी मांगनी चाहिए। जनता इन्हें बार बार खारिज कर चुकी है, आगे भी खारिज करेगी।