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Hindi News उत्तर प्रदेश कृपालु महाराज की बेटी की सड़क हादसे में मौत, यमुना एक्सप्रेसवे पर टैंकर ने कार को कुचला, 7 अन्य घायल

कृपालु महाराज की बेटी की सड़क हादसे में मौत, यमुना एक्सप्रेसवे पर टैंकर ने कार को कुचला, 7 अन्य घायल

सड़क हादसा इतना भयानक था कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। घायलों को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कृपालु महाराज की बेटी सिंगापुर की फ्लाइट पकड़ने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट जा रहीं थी। तभी ये हादसा हो गया।

कृपालु महाराज की बेटी की सड़क हादसे में मौत- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO कृपालु महाराज की बेटी की सड़क हादसे में मौत

उत्तर प्रदेश के वृन्दावन स्थित प्रेम मंदिर के संस्थापक कृपालु महाराज की बड़ी बेटी विशाखा त्रिपाठी की सड़क हादसे में मौत हो गई। रविवार सुबह यमुना एक्सप्रेस-वे पर नोएडा के पास ये सड़क हादसा हुआ है। इस घटना में उनकी दो बहनों समेत सात अन्य लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए। 

दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़नी थी सिंगापुर की फ्लाइट

कृपालु महाराज के मुख्य शिष्य एवं प्रेम मंदिर के मुख्य सेवक अजय त्रिपाठी ने बताया कि जगतगुरू दिवंगत कृपालु महाराज की तीनों बेटियां तड़के चार बजे सिंगापुर जाने के लिये दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे जा रही थीं। इसी दौरान रास्ते में नोएडा में पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार टैंकर ने उनकी कारों को टक्कर मार दी। 

7 लोग गंभीर रूप से घायल 

उन्होंने बताया कि इस दुर्घटना में कृपालु महाराज की बेटियों विशाखा त्रिपाठी (75), कृष्णा त्रिपाठी तथा श्यामा त्रिपाठी सहित आठ लोग घायल हो गए। उन्होंने बताया कि विशाखा त्रिपाठी की कुछ ही देर में मौके पर ही मौत हो गई। 

दिल्ली के अपोलो अस्पताल में हो रहा इलाज

उनकी दोनों छोटी बहनें गंभीर रूप से घायल हैं। दोनों को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि उनकी स्थिति बेहद नाजुक बताई जा रही है। अन्य घायलों को भी अस्पताल में उपचार जारी है। 

आश्रम की देखभाल करती थीं विशाखा त्रिपाठी

अजय त्रिपाठी ने बताया कि मृतका विशाखा त्रिपाठी का अंतिम संस्कार वृन्दावन में ही किया जाएगा। जगतगुरू कृपालु महाराज एवं उनका परिवार मूलत: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के मनगढ़ (कुण्डा) के रहने वाले हैं। विशाखा त्रिपाठी ही वहां स्थित आश्रम की देखरेख करती थीं, जबकि उनकी दोनों छोटी बहनें क्रमश: वृन्दावन एवं बरसाना स्थित मंदिरों का कार्यभार संभालती हैं।

भाषा के इनपुट के साथ