उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में लूटपाट की घटना देखने को मिली है। दरअसल घटना नागल थाना क्षेत्र की है। यहां पुलिस को सूचना मिली कि अंबाला से सहारनपुर होते हुए मेरठ जाते वक्त लूटपाट की गई है। दरअसल पुलिस को सत्यम शर्मा नाम के शख्स ने इस लूटपाट की सूचना दी। सत्यम शर्मा मेरठ में गहनों के दुकान पर काम करते हैं। उनके मालिक का मेरठ में डायमंड के गहनों का कारोबार है। सूचना मिली कि सत्यम और उनका ड्राइवर तरुण सैनी अंबाला से सहारनपुर होते हुए मेरठ जा रहे थे। इस दौरान उनके पास डायमंड के गहने थे, जिसे उनके मालिक ने एक दूसरे सर्राफा व्यापारी को बेचने के लिए भेजा था।
गहनों की लूटपाट और झूठी कहानी
इसी दौरान रास्ते में 4 अज्ञात बदमाशों ने उनकी कार को रोक लिया और उनसे लूटपाट की। सत्यम और ड्राइवर तरुण को हल्की चोटें लगी हुई हैं। वहीं कार के दोनों तरफ के शीशे टूटे हुए थे। वहीं कार की आगे की तरफ भी डंडे से हमले करने का निशाना है। पुलिस की टीम ने जब मामले की तफ्तीश की तो दोनों के ही बयान में अंतर्विरोध दिखा। इसके बाद पुलिस ने दोनों से सख्ती से पूछताछ की। तब जाकर दोनों ने स्वीकार किया किया कि इस वारदात को उन दोनों ने ही अंजाम दिया था। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि सत्यम ने डायमंड ज्वैलरी वाला बैक अपने साले को दे दिया जो कि मेरठ में रहता है।
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
इसके बाद पुलिस द्वारा तीनों को ही मेरठ से हिरासत में ले लिया गया है। इनके पास से गहनों के बैग को जब्त कर लिया गया है। इनके पास से 36 हार, 20 ब्रेसलेट, 52 अंगूठी, 7 कंगन, 32 पेंडेंट, 153 अंगूठी, 73 कॉन के टॉप, 42 मंगलसूत्र को बरामद किया गया है। घटना के आरोपियों में सत्यम शर्मा (सराफा कर्मचारी), तरुण सैनी (कार चालक) हिमांशु उर्फ डिंपी पुत्र चंद्रशेखर, प्रिंस पुत्र करण सिंह, कमरपाल पुत्र गंगादास को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों द्वारा सराफा व्यापारी के गहनों को हड़पने के उद्देश्य से लूट की कहानी बनाई गई थी। आगे की कार्रवाई अभी जारी है।