इटावा में डबल मर्डर का बड़ा खुलासा: बड़ी बहन ने ही दो मासूम बहनों को कुदाल से काट डाला था, कबूला जुर्म
उत्तर प्रदेश के इटावा में रविवार को एक खौफनाक वारदात सामने आई थी जिसमें दो बच्चियों की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। अब इस मामले बड़ा खुलासा हुआ है, 18 साल की बड़ी बहन ने ही अपनी दो मासूम बहनों को मार डाला था। उसने जुर्म कबूल कर लिया है।
इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा में एक बड़ी वारदात सामने आई थी, जिसमें थाना बलरई क्षेत्र के अंतर्गत बहादुरपुर गांव में दो मासूम बहनों की फावड़े से काटकर हत्या कर दी गई थी और दोनों का शव घर के अंदर खून से लथपथ पड़ा मिला था। अब इस जघन्य हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है और पुलिस ने जो बताया है वो बेहद हैरतअंगेज है। पुलिस के मुताबिक, 18 साल की बड़ी बहन ने ही अपनी दो मासूम बहनों की जान ले ली और बेहद शातिराना तरीके से इस घटना को छुपाया। खेत से लौटी मां ने जब घर के अंदर का ये खूनी मंजर देखा तो उसके होश उड़ गए और परिवार के सभी लोग इस घटना को लेकर दहशत में आ गए।
रविवार रात करीब आठ बजे घटी इस घटना को लेकर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 18 वर्षीय एक युवती को उसकी छह और चार साल की नाबालिग बहनों के सिर कटे शव मिलने के कुछ घंटों बाद सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना रविवार रात करीब आठ बजे बलरई थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव में हुई। पुलिस ने बताया कि मृतक बच्चियों की पहचान जयवीर सिंह की बेटियों सुरभि (6) और रोशनी (4) के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि क्षत-विक्षत शव उनके घर के अलग-अलग कमरों में पाए गए थे।
तीन लोगों की भी पाई गई है संलिप्तता
कानपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) प्रशांत कुमार ने कहा कि आरोपी की पहचान अंजलि पाल (18) के रूप में हुई है, जिसने अपना अपराध कबूल कर लिया है। जांच का नेतृत्व कर रहे कुमार ने कहा, "हम इस मामले में मकसद का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।" पुलिस ने अंजलि पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) और 201 (साक्ष्य छिपाना या गलत जानकारी देना) के तहत केस दर्ज कर मामले के संबंध में आरोपी युवती के साथ तीन पुरुषों से भी पूछताछ की है।
इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजय वर्मा ने कहा, "हम उससे पूछताछ कर रहे हैं और हत्या के पीछे का कारण जल्द ही पता लगा लिया जाएगा। इसके अलावा हम तीन लोगों की संलिप्तता की भी जांच कर रहे हैं।"
पुलिस ने कहा कि उन्होंने हत्या का हथियार, एक कुदाल - घर से बरामद कर लिया है, साथ ही रविवार को आरोपी द्वारा पहने गए कपड़े भी बरामद कर लिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि फोरेंसिक टीम को फावड़े और कपड़ों पर खून के धब्बे मिले, जिन्हें सबूत मिटाने के लिए धोया गया था। पुलिस ने बताया कि घटना के वक्त जयवीर, उनकी पत्नी सुशीला, उनके बेटे नंद किशोर (12) और कन्हैया (8) घर पर मौजूद नहीं थे।
इस वजह से अंजलि पर हुआ था शक
अंजलि ने पुलिस को बताया कि जब वह कथित तौर पर घर लौटी, तो उसने अपनी बहनों के शव एक कमरे में और उनके सिर दूसरे कमरे में देखे। अधिकारियों ने कहा कि जयवीर पाल, जिसका कुदाल घर से बरामद किया गया था, ने पुलिस को बताया कि उसने सुबह इसका इस्तेमाल किया था, लेकिन ऐसा लगता है कि इसे साफ किया गया था। पुलिस को बाहर सूखने के लिए छोड़े गए कुछ कपड़े भी मिले।
जब पुलिस ने पूछताछ की, तो आरोपी अंजलि ने अपने दिन की घटनाओं के बारे में विरोधाभासी स्पष्टीकरण दिया, जिसके बाद उसे आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया। अब “उसने अपराध स्वीकार कर लिया है जिसके बाद सोमवार दोपहर को उसे हिरासत में ले लिया गया। उसने पुलिस को बताया कि वह हत्या के बाद खेत में गई थी जहां उसके पिता और भाई खेत में काम कर रहे थे, खेत जाकर वह तभी वापस लौट आई थी।''
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