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Hindi News उत्तर प्रदेश अतीक अहमद के लापता बेटों के मामले में सुनवाई पूरी, इलाहाबाद कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला

अतीक अहमद के लापता बेटों के मामले में सुनवाई पूरी, इलाहाबाद कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा है। दरअसल, अतीक अहमद के दोनों बेटे उमेश पाल हत्याकांड के बाद से लापता हैं।

अतीक अहमद के लापता बेटों के मामले में सुनवाई पूरी, इलाहाबाद कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला- India TV Hindi Image Source : FILE अतीक अहमद के लापता बेटों के मामले में सुनवाई पूरी, इलाहाबाद कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला

साबरमती जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद के लापता बेटों के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई गुरुवार दोपहर पूरी हुई। इस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा है। दरअसल, अतीक अहमद के दोनों बेटे उमेश पाल हत्याकांड के बाद से लापता हैं। उधर, बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने दाखिल की है, जिसमें उन्होंने अवैध तरीके से पुलिस हिरासत में रखने का आरोप लगाया है। याचिका में हाईकोर्ट से नाबालिग बेटों की रिहाई की गुहार लगाई गई है। हालांकि इस बारे में पुलिस पहले ही यह कह चुकी है कि दोनों बाल सुधार गृह में सुरक्षित हैं। आज गुरुवार को हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखा है।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड से पूरे देश में चर्चित हो चुका बाहुबली अतीक अहमद का बेटा असद अपने कॉलेज में भी जमकर गुंडागर्दी करता था। दरअसल, अतीक अहमद के पांचों बेटे प्रयागराज के जिस कॉलेज में पढ़ते थे, वहां उन्हें स्कूली किताबें पढ़ने में कम और जुर्म की दास्तान लिखने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई थी। प्रयागराज के सेंट जोसफ कॉलेज में अतीक के बेटों का सिक्का चलता था और उनके सामने बोलने की हिम्मत किसी में भी नहीं थी।

महंगी लग्जरी गाड़ियों से कॉलेज जाता था असद

बता दें कि अतीक अहमद के बेटे असद की बात की जाए तो वह महंगी लग्जरी गाड़ियों में कॉलेज पहुंचता था और रुतबा दिखाने के लिए अक्सर हथियार भी ले जाता था, लेकिन अतीक अहमद का इतना प्रभाव था कि कई शिकायतों के बावजूद कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल, टीचर्स, कॉलेज प्रसाशन की हिम्मत नही हुई कि वे कभी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई कर सकें। और धीरे-धीरे असद की हिम्मत इतनी बढ़ गई कि वह सरेबाजार गोलियां दागने से भी नहीं हिचका।