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Hindi News उत्तर प्रदेश हाथरस हादसे के पहले का VIDEO आया सामने, देखिए सत्संग में किस कदर उमड़ी थी भीड़

हाथरस हादसे के पहले का VIDEO आया सामने, देखिए सत्संग में किस कदर उमड़ी थी भीड़

हाथरस के सत्संग का वीडियो सामने आया है, जो घटना से पहले का है। लाखो की भीड़ सत्संग में दिखाई दे रही है। सेवादार लोगों को वीडियो बनाने से मना कर रहे थे। वो नहीं चाहते थे कि लाखों की भीड़ वीडियो में दिखे।

सत्संग का वीडियो आया सामने- India TV Hindi सत्संग का वीडियो आया सामने

उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे में अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है। इस हादसे में अभी और लोगों के जान गंवाने की आशंका है। घायल लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है। यह पूरा हादसा भोले बाबा के सत्संग के दौरान हुआ। लोगों के बीच भगदड़ मच गई थी। इस हादसे के पहले नारायण साकार हरि के सत्संग का वीडियो सामने आया है। लाखों की भीड़ सत्संग में दिखाई दे रही है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि जहां पर यह सत्संग आयोजित किया गया था वहां लोगों की लाखों की संख्या में भीड़ थी।  

वीडियो में देखा जा सकता है कि सेवादार लोगों को मोबाइल फोन से वीडियो बनाने से मना कर रहे हैं। सेवादार नहीं चाहते थे कि लाखों की भीड़ वीडियो में दिखे, क्योंकि अनुमति केवल 80 हजार लोगों की थी और भीड़ ढाई लाख के करीब थी।

भगदड़ मचने से हुईं मौतें

बता दें कि यह हादसा भोले बाबा के सत्संग में हाथरस जनपद के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के फुलरई गांव में हुआ। यहां भोले बाबा का सत्संग आयोजित किया गया था, जिसमें कई राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे थे। सत्संग के दौरान अचानक भगदड़ मच गई थी, जिसमें 123 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को हाथरस का दौरा किया था। उन्होंने घायलों से अस्पताल में मिलने के बाद मृतकों के परिजनों से मुलाकात की थी।

बाबा, सेवादार दोनों फरार

प्रशासन की ओर से इस हादसे की जांच के लिए टीम भी गठित हो चुकी है। हाथरस हादसे का मुख्य आरोपी और बाबा का सेवादार देवप्रकाश मधुकर फरार है। साथ ही साथ बाबा सूरज पाल उर्फ नारायण हरि साकार का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। यूपी पुलिस की पांच टीमें आरोपियों की तलाश कर रही है। बाबा की तलाश में यूपी पुलिस और SOG की टीम आधी रात को मैनपुरी आश्रम में पहुंची। करीब 50 मिनट तक आश्रम में जांच हुई। आश्रम में पुलिस को ना तो बाबा मिला और ना ही वो सेवादार जिनका नाम FIR में लिखा है। पुलिस ने बताया कि वहां सिर्फ वो 50 सेवादार ही मिले, जो पहले से यहां थे।

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