हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के फ़ुलरई गांव में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 116 हो गई है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एडीजी जोन मामले की जांच कर रहे हैं। वहीं, अलीगढ़ के आईजी शलभ माथुर ने बताया कि आयोजकों के खिलाफ FIR की जा रही है। प्रथम दृष्टया सामने आ रहा है कि जितने लोगों के लिए अनुमति मांगी थी उससे ज्यादा लोग आए हैं।
मुख्य सचिव ने दी ये जानकारी
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने मंगलवार रात घटनास्थल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण और दिल दहला देने वाली घटना थी। सीएम पूरी स्थिति पर नजर रख रहे हैं। हमारी प्राथमिकता घायलों को तत्काल सहायता प्रदान करना और शवों को पोस्टमॉर्टम कराकर उनके परिजनों के पास भेजना है। मरने वालों की संख्या 116 है, जिसमें सात बच्चे और एक आदमी शामिल है। बाकी शेष मृतक महिलाएं हैं। हमने अब तक 72 शवों की पहचान की है।
सीएम योगी ने कही ये बात
इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि घटना अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है। सिकंदराराऊ में ये पूरा हादसा घटित हुआ है। स्थानीय आयोजकों द्वारा वहां पर भोले बाबा के सत्संग का आयोजन स्थानीय गांवों में किया जाते रहे हैं। स्थानीय भक्तगण उन कार्यक्रमों में भाग लेते रहे हैं। जब सत्संग के प्रवचनकर्ता मंच से उतर रहे थे तो अचानक भक्तों की भीड़ उन्हें छूने के लिए वहां जा रही थी और सेवादारों के द्वारा रोकने पर ये हादसा वहां पर घटित हुआ।
इस पूरे मामले की जांच के लिए हमने एडिशनल DG आगरा की अध्यक्षता में मंडलायुक्त अलीगढ़ को शामिल करते हुए एक टीम बनाकर उन्हें अविलंब रिपोर्ट उपलब्ध करवाने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने भी इस घटना पर अपना गहरा दुख व्यक्त करते हुए, शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की और गंभीर रूप से घायल नागरिकों के लिए भी 50-50 हजार रुपए की सहायता देने की घोषणा की है।