धक्का-मुक्की... एक के ऊपर एक गिरे लोग, चली गई 116 की जान, 10 प्वाइंट्स में जानिए हाथरस हादसा
नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा सत्संग कर रहे थे। उसी दौरान भगदड़ मच गई और 116 लोगों की जान चली गई। पुलिस दोषियों के खिलाफ केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की बात कर रही है। पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिजनों और घायलों को मुआवजे का ऐलान किया है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में आयोजित एक सत्संग में मंगलवार को भगदड़ मच गई। इस हादसे में 116 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। कई अन्य घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। मंगलवार को सिकंदराराऊ के पुलराई गांव में नारायण साकार हरि उर्फ 'भोले बाबा' का सत्संग चल रहा था। सत्संग समाप्त होने के बाद भगदड़ मच गई। भगदड़ के बीच धक्का-मुक्की होने लगी। इसी दौरान लोग एक के ऊपर गिरते चले गए। भीड़ में दम घुटने से 116 लोगों की जान चली गई।
- इस हादसे में खुलासा हुआ है कि भोले बाबा के सत्संग में जो भी भक्त जाता है, उसे वहां पानी बांटा जाता है। बाबा के भक्त ऐसा मानते हैं कि इस पानी को पीने से उनकी समस्याएं खत्म हो जाती हैं। सत्संग खत्म होने के बाद लोग इस पानी को पीने के लिए भक्तों की लंबी लाइन लगी थी। इसी बीच भगदड़ मच गई।
- एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने कहा कि सत्संग में शामिल होने के लिए आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में लोग आए हुए थे। ये संख्या करीब 40 से 50 हजार के बीच बताई जा रही है।
- यह सत्संग नारायण साकार हरि कर रहे थे। नारायण हरि का सत्संग सुनने के लिए ही लोग दूर-दूर से आए हुए थे। नारायण साकार हरि उर्फ सूरज पाल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के एटा जिले के बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं। सरकारी नौकरी करने के बाद सूरज पाल आध्यात्मिक हो गए। भक्तों के बीच नारायण साकार हरि के नाम से जाने जाने लगे।
- नारायण साकार हरि अन्य धार्मिक बाबाओं की तरफ गेरुआ वस्त्र या कोई अलग पोशाक में नजर नहीं आते हैं। नारायण हरि अक्सर सफेद सूट, टाई और जूते पहने रहते हैं तो कई बार कुर्ता-पायजामा भी पहने दिखाई देते हैं।
- सत्संग करने वाले साकार हरि का पुराना सियासी कनेक्शन भी सामने आया है। साकार हरि के सत्संग में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश भी शामिल होत रहे हैं। साल 2023 के जनवरी महीने में अखिलेश यादव उनके सत्संग में पहुंचे हुए थे। सत्संग की कुछ फोटो शेयर करते हुए उन्होंने कहा था, 'नारायण साकार हरि की संपूर्ण ब्रम्हांड में सदा-सदा के लिए जयकार हो।'
- सत्संग में मची भगदड़ के दौरान मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। हादसे के तुरंत बाद ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरकार के दो मंत्रियों को घटना वाली जगह जाने के निर्देश दिए थे। तुरंत ही राहत और बचाव कार्य शुरू करने का निर्देश दिए थे।
- सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। पीएम मोदी ने भी मृतक के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
- इस हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दुख जताया है। राष्ट्रपति ने कहा, 'उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुए हादसे में महिलाओं और बच्चों सहित कई श्रद्धालुओं की मौत की खबर हृदय विदारक है। मैं उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।'
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक सत्संग समारोह के दौरान भगदड़ मचने की घटना में लोगों की मौत पर दुख जताते हुए पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। साख ही प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से हादसे पर मुआवजे का भी ऐलान किया गया है।
- इस हादसे पर डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया जा रहा है। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अलीगढ़ के आईजी शलभ माथुर ने बताया कि आयोजकों के खिलाफ FIR की जा रही है।