गाजीपुर की लोकसभा पर चुनावी मुकाबाल कांटे का हो गया है। दरअसल यहां से भारतीय जनता पार्टी ने यहां से पारसनाथ राय को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने अफजाल अंसारी को उम्मीदवार बनाया है। बता दें कि अफजाल अंसारी मु्ख्तार अंसारी के भाई हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अफजाल अंसारी ने मनोज सिन्हा को भारी मतों से हराया था। उस दौरान उन्हें बसपा ने अपना उम्मीदवार बनाया था। पहले संभावना जताई जा रही थी कि भाजपा मनोज सिन्हा को टिकट देगी। लेकिन पारसनाथ राय को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया, जिनके लिए चुनाव प्रचार करने के लिए खुद पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह भी गए थे।
लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम
साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने मनोज सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया था। वहीं दूसरी तरफ बसपा की टिकट पर अफजाल अंसारी ने चुनाव लड़ा था। इस दौारन अफजाल अंसारी को 5 लाख 66 हजार 82 वोट मिले थे। जबकि मनोज सिन्हा को 4 लाख 46, 690 वोट मिले थे। हालांकि माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के से संभावित है कि इस बार के चुनाव में कुछ फेरबदल देखने को मिले। बता दें कि गाजीपुर में पहली बार मुख्तार अंसारी की मौत के बाद लोकसभा चुनाव हो रहा है। ऐसा माना जाता है कि गाजीपुर जिले में मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी के परिवार का प्रभाव माना जाता है।
क्या हैं वोटिंग के शुरुआती आंकड़े
वोटों की गणना शुरू होन के साथ ही सुबह 8 बजे के बाद पारसनाथ राय यहां से आगे चल रहे थे। बता दे लेकिन 8.40 बजे तक गाजीपुर से सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने पारसनाथ राय को पीछे छोड़ दिया। खबर बनाए जाने तक सपा के उम्मीदवार अफजाल अंसारी आगे चल रहे हैं। बता दें कि यहां 1 जून को सातवें चरण में मतदान किया गया था। इस दौरान 52.22 फीसदी मतदान हुआ। वहीं एग्जिट पोल्स की मानें तो यहां भाजपा और सपा के बीच कांटे की टक्कर है। हालांकि सपा इस सीट पर अधिक मजबूत दिखाई दे रही है।