गाजियाबाद के नगर निगम की बैठक में एक पार्षद ने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया जिस पर मेयर सुनीता दयाल भड़क गई और बोली "गर्दन अलग कर दूंगी।" सदन में उस समय कुछ लोग रिकॉर्डिंग कर रहे थे। अब यह वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पार्क से फैक्ट्री को रास्ता देने का था मामला
दरअसल, नगर निगम की बैठक मंगलवार को बुलाई गई थी। इसमें भाजपा के पार्षद सचिन डागर ने राजेंद्रनगर में पार्क से फैक्ट्री तक रास्ता देने का मामला उठाया। पार्षद ने कहा कि पार्क की जमीन से रास्ता देना गलत है। पार्क की जमीन पर सड़क बनाना भी गलत है। मुझे जानकारी है कि इस काम के लिए नगर निगम में किसी ने 30 लाख रुपये की रिश्वत ली है। पार्क की जमीन पर कब्जा करने में जो लोग पकड़े गए, उन्हें छुड़वाने का आरोप मेयर पर लगा।
मेयर और पार्षद के बीच हुई कहासुनी
यह बात सुनते ही मेयर सुनीता दयाल भड़क गईं और उन्होंने भरे सदन में कहा, "गर्दन अलग कर दूंगी। अगर मेरे किसी अधिकारी ने रिश्वत ली होगी, तो उसे सस्पेंड कर दूंगी।" इसके बाद नारेबाजी शुरू हो गई। मामला बढ़ने पर नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने किसी तरह से समझा-बुझाकर मामला शांत करवाया।
नगर आयुक्त ने मामला शांत करवाया
पार्षद ने मेयर की तरफ उंगली उठाते हुए कहा कि वे भ्रष्टाचार का आरोप मेयर पर नहीं बल्कि नगर निगम अधिकारियों पर लगा रहे हैं। इसके बाद मामले को शांत करने के लिए नगर आयुक्त को बीच में बोलना पड़ा और उनके हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। मेयर और पार्षद के बीच हुई कहासुनी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
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