गाजियाबाद के घंटाघर कोतवाली क्षेत्र में बीजेपी पार्षद और पूर्व कार्यकारिणी उपाध्यक्ष के इंजीनियर भाई से सिग्नल पर हुई मारपीट मामले में पुलिस की शिकायत पर पार्षद समेत 7 लोगों पर केस दर्ज किया गया है। वहीं, एडीसीपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने जानकारी दी कि प्राथमिक जांच के बाद टीएसआई और कांस्टेबल को सस्पेंड किया गया है। दोनों की विभागीय जांच भी की जा रही है। 16 जुलाई की रात हुई इस घटना में दोनों पक्षों में समझौता हो गया था। हालांकि, इस घटना से जुड़े कुछ वीडियो और सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद अब इस मामले में कार्रवाई हुई है। शनिवार शाम को केस दर्ज किया गया।
पुलिसकर्मी का कॉलर पकड़ने का वीडियो
पुलिस के मुताबिक, पुलिसकर्मी का कॉलर पकड़ने का वीडियो वायरल हुआ था। इसी आधार पर कोटगांव से बीजेपी पार्षद और पूर्व कार्यकारिणी उपाध्यक्ष अभिषेक चौधरी, उसके भाई अर्पित चौधरी, चिराग चौधरी, नीरज चौधरी, निशांत चौधरी, चंद्रपाल चौधरी और अभिषेक चौधरी के साथियों पर केस दर्ज किया गया है।
शख्स ने कांस्टेबल के साथ की मारपीट
यह घटना 16-17 जुलाई की रात करीब 1 बजे की है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि टीएसआई रणधीर सिंह और कांस्टेबल रोहवाश कार में थे। चौधरी मोड़ के पास एक कार उनके आगे आकर रूकी और उसमें से उतरे एक शख्स ने कांस्टेबल के साथ मारपीट की। इस दौरान मौके पर पहुंची थाने की पुलिस के साथ भी अभद्रता की गई। टीएसआई रणधीर का कहना है कि आगे चल रही कार में सवार युवक नशे में थे। दूसरी तरफ पार्षद अभिषेक चौधरी ने पुलिसकर्मियों पर नशे में होने का आरोप लगाया है। इस मामले में कुछ वीडियो भी वायरल हुए हैं, जिनमें कांस्टेबल रोहताश के नशे में होने की बात की जा रही है।
क्या है पार्षद पक्ष का आरोप?
वहीं, पार्षद पक्ष का कहना है कि उसका भाई आगरा की कंपनी में आर्किटेक्ट है। वह रात में करीब 1 बजे घर लौट रहा था। रेड लाइट पर कार रुकी, तो पुलिसकर्मी जबरन हूटर बजा रहे थे। विरोध करने पर उन्होंने मारपीट की। उन्होंने कार पर डंडा भी मारा। आरोप है कि पुलिसकर्मी ने ड्रिंक की हुई थी और कार में तेज आवाज में गाने बजा रखे थे। पार्षद का आरोप है कि उनके भाई को पुलिस ने सड़क पर बेरहमी से पीटा। फिलहाल इस मामले में दोनो पुलिस्कर्मियो को सस्पेंड कर दिया गया है। दोनो की विभागीय जांच भी की जा रही है।
- जुबैर अख्तर की रिपोर्ट