उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने आर्मी नर्सिंग असिस्टेंट के पेपर में नकल करने वाले 4 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। आज यानी 10 मार्च को आयोजित आर्मी नर्सिंग असिस्टेंट की परीक्षा में गिरफ्तार किए गए अभ्यर्थी ब्लूटूथ डिवाईस का प्रयोग कर नकल कर रहे थे। इन चारों आरोपियों को आर्मी मेडिकल कोर सेंटर एंड कॉलेज थाना कैंट लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के दौरान इन आरोपियों के पास से 4 ब्लूटूथ डिवाइस और एग्जाम के 4 एडमिट कार्ड भी मिले हैं।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम अमित कुमार, निवासी ग्राम सुभाष नगर थाना छिबरामऊ जिला कन्नौज, जयप्रकाश, ग्राम दीगानेर थाना ताजगंज जिला आगरा, विकास बिश्नोई, निवासी ग्राम देचू थाना चोमू जिला जोधपुर राजस्थान और ग्राम बरोला थाना सदर जिला पलवल का रहने वाला अभिषेक है।
एसटीएफ को मिली थी नकल गिरोह की सूचना
लखनऊ एसटीएफ को सूचना मिली थी कि वर्तमान समय में आयोजित होने वाले अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओं में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के माध्यम से नकल कराने वाले गिरोहों के सदस्य सक्रिय है। ये गिरोह प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों को ब्लूटुथ डिवाइस द्वारा बाहर बैठे सॉल्वरों के माध्यम से नकल कराते हैं और इसके एवज में मोटी रकम लेते हैं। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों और इकाइयों को आवष्यक कार्यवाही हेतु निर्देश दिये गये थे। जिसके बाद अमित कुमार नागर, अपर पुलिस अधीक्षक, लखनऊ के पर्यवेक्षण में कार्यवाही की जा रही थी।
ब्लूटुथ से नकल करते हुए रंगे हाथ पकड़ा
नकल गिरोहों के बारे में मिली सूचना के बाद एसटीएफ की टीम लखनऊ में एक्टिव हो गई। इस दौरान पता चला कि आज दिनांक 10-03-2024 को आयोजित होने वाले आर्मी नर्सिग असिस्टेंट पद की लिखित परीक्षा में कुछ अभ्यर्थी ब्लूटूथ डिवाईस का प्रयोग कर नकल करने वाले हैं। इस सूचना पर की एसटीएफ टीम ने सेना के अधिकारियों को इस बात से अगवत कराया और आर्मी इन्टेलीजेन्स लखनऊ की टीम के साथ मिलकर आर्मी मेडिकल कोर सेंटर एंड कॉलेज थाना कैंट लखनऊ से इन 4 अभ्यर्थियों को ब्लूटुथ डिवाइस के माध्यम से नकल करते हुए पकड़ लिया।
5-5 लाख में हल कराते थे पेपर
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ पर बताया कि वह आर्मी की परीक्षाओं की तैयारी करते थे इस दौरान कुछ अन्य छात्रों ने हमें बताया कि एके सिंह और कुनाल 25-30 हजार रुपये में छात्रों को नकल करने वाला डिवाइस देते हैं। फिर सम्बन्धित परीक्षा में उसी डिवाइस के माध्यम से प्रश्न पत्र हल कराने के बदले 5-5 लाख रुपये लेते हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना कैण्ट, लखनऊ में मामला दर्ज कराया जा रहा है और अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
ये भी पढ़ें-