जेल में लगाता दरबार, सिपाहियों की ड्यूटी भी करता तय... पुलिस के पूर्व अधिकारियों ने बताए अतीक अहमद के किस्से
जिस अतीक की तीन शूटरों ने पुलिस की कस्टडी में हत्या कर दी, उस अतीक का प्रयागराज और आसपास के इलाकों में कैसे सिक्का चलता था ये किसी से छिपा नहीं है।
माफिया अतीक अहमद के अंत के बाद भी उससे जुड़ी कई कहानियां एक एक कर सामने आ रही हैं, जिससे पता चलता है कि उसका साम्राज्य जेल के अंदर भी था। उस समय के जेल अधिकारियों ने उसको लेकर कई खुलासे किए हैं। पूर्व जेल अधिकारी की मानें तो अतीक नैनी जेल के अंदर राज करता था, वो दरबार लगाता था, नियम कानून को ताक पर रखकर वहां हर चीज में दखल देने की कोशिश करता था।
जेल के नियम कानून में भी खुलेआम दखल देता
जिस अतीक की तीन शूटरों ने पुलिस की कस्टडी में हत्या कर दी, उस अतीक का प्रयागराज और आसपास के इलाकों में कैसे सिक्का चलता था ये किसी से छिपा नहीं है। इसकी कई कहानियां काफी प्रचलित रही हैं। यही नहीं, अतीक जेल से बाहर रहता या जेल के अंदर, उसकी लाइफस्टाइल में कोई फर्क नहीं पड़ता था। वो जेल के अंदर भी वैसे ही हनक से रहता था जैसे जेल से बाहर। जो चाहता था वो करता था। यहां तक कि जेल के नियम कानून में भी खुलेआम दखल देता था।
अतीक के कहने पर चलती थी जेल
साल 2002 में नैनी जेल के डिप्टी सुप्रीटेंडेंट रहे एलएम पांडे ने इंडिया टीवी को अतीक की जेल में रहने के दौरान की जो कहानियां सुनाई वो हैरान करने वाली हैं। तत्कालीन डिप्टी जेल सुपरिटेंडेंट ने बताया कि अतीक के कहने पर जेल रात साढ़े 11 बजे तक खुली रहती थी। बाहर से लोगों की आवाजाही लगी रहती थी।
जेल में सजता था अतीक का दरबार
2002 में अतीक अहमद जब नैनी जेल के मालवीय वार्ड में रहता था तो उस समय मानो जैसे उसका दरबार सजता था। अतीक के गैंग के मेंबर धड़ल्ले से जब चाहें उससे मिलने जेल के अंदर आया जाया करते थे। कोई भी जब चाहे जेल में जाकर अतीक से मिल सकता था। कई लोग अतीक से काम कराने के सिलसिले में मिलने जाते थे।
जेल में सिपाहियों की ड्यूटी लगाता था अतीक
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद अब इनसे जुड़ी कहानियां सामने आ रही हैं। तत्कालीन डिप्टी जेल सुपरिटेंडेंट की माने तो अतीक जेल में सिपाहियों की ड्यूटी लगवाने में भी दखल देता था। वही तय करता था कि जेल में किसकी तैनाती कहां होगी।
"अतीक ने जो चाहा वो किया"
अतीक अहमद से जुड़े कई किस्से यूपी के डीजीपी रह चुके बृजलाल भी सुनाते हैं। बृजलाल भी तत्कालीन इलाहाबाद में एएसपी समेत अलग-अलग पद पर रह चुके हैं। बृजलाल के मुताबिक अतीक एमएलए और एमपी का कवच पहनकर क्राइम और माफियागिरी कर रहा था। इसलिए लंबे समय तक अपराध करता रहा। बृजलाल ने समाजवादी पार्टी पर अतीक को खुला संरक्षण देने का आरोप भी लगाया, इसलिए अतीक ने जो चाहा वो किया। बृजलाल ने कई पुलिस अधिकारियों को भी अतीक की मदद करने का आरोप लगाया। अतीक की मौत के बाद भी उसके कारनामों की चर्चा हो रही है।
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