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Hindi News उत्तर प्रदेश मायावती के नेता ने अपने बेटे की शादी अखिलेश के विधायक की बेटी से कर दी, पार्टी ने कर दिया निष्कासित

मायावती के नेता ने अपने बेटे की शादी अखिलेश के विधायक की बेटी से कर दी, पार्टी ने कर दिया निष्कासित

बसपा नेता सुरेंद्र सागर ने अपने बेटे की शादी सपा विधायक की बेटी से की तो मायावती ने पार्टी से निष्कासित कर दिया। पूर्व मंत्री का आरोप है कि मायावती के पास वायरल फोटो पहुंचने के बाद ये कार्रवाई की गई है।

सपा मुखिया के साथ सपा विधायक की बेटी और बसपा नेता का बेटा - India TV Hindi Image Source : INDIA TV सपा मुखिया के साथ सपा विधायक की बेटी और बसपा नेता का बेटा

रामपुर: मायावती सरकार में दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री रहे बसपा नेता सुरेंद्र सागर को पार्टी से निकाल दिया गया है। जानकारी के अनुसार, सुरेंद्र सागर ने अपने बेटे अंकुर सागर की शादी समाजवादी पार्टी के विधायक त्रिभुवत दत्त की बेटी से कुसुम दत्त की है। आरोप है कि बसपा ने इसे पार्टी विरोधी गतिविधि माना और निष्कासित कर दिया। 

27 नवंबर को की थी बेटे की शादी

पूर्व मंत्री सुरेंद्र सागर का कहना है कि उनके बेटे की शादी 27 नवंबर को थी। वह बारात लेकर सपा विधायक के घर अंबेडकर नगर 27 नवंबर को गए थे। इस शादी में सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी आए थे। उन्होंने वर-वधु को आशीर्वाद भी दिया था। अखिलेश यादव के साथ उनकी फोटो सोशल मीडिया पर डाली गई थी। फोटो वायरल हुई तो इसकी जानकारी बसपा प्रमुख मायावती को भी लगी। इस पर मायावती ने आपत्ति जताई और पार्टी से निष्कासित कर दिया।

सुरेंद्र सागर ने कहा कि जब सपा विधायक की बेटी से बेटे की शादी की बात मायावती को पता चली तो उन्होंने कहा कि शादी के रिसेप्शन में बसपा का कोई नेता नहीं जाएगा। लेकिन रिसेप्शन में पार्टी के बहुत सारे नेता पहुंचे। यह बात मायावती को और बुरी लगी। इसके बाद उन्होंने मुझे पार्टी से निकालने का फैसला किया। 

सपा के सीनियर नेता हैं त्रिभुवत दत्त 

बता दें कि उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा दोनों एक-दूसरे की कट्टर विरोधी पार्टियां हैं। बसपा नेता ने जिस सपा विधायक की बेटी से बेटे की शादी की उनका काफी रसूख है। त्रिभुवत दत्त आलापुर विधानसभा से वर्तमान समय में विधायक हैं और अंबेडकर नगर के सांसद भी रह चुके हैं। वह सपा के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। 

1995 से बसपा से जुड़े थे पूर्व मंत्री सुरेंद्र सागर

पूर्व मंत्री सुरेंद्र सागर ने कहा कि वह 1995 से लगातार बसपा में सक्रिय हैं। वह दो बार विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं लेकिन जीत दर्ज नहीं कर सके थे। सुरेंद्र सागर ने बताया कि वह जिला स्तर पर बसपा का ऐसा कोई पद नहीं है जिस पर उन्होंने काम न किया हो। उन्होंने कहा कि वह अपने कार्यकर्ताओं से बातचीत कर अगले कदम पर फैसला लेंगे। 

इनपुट- आमिर