उत्तर प्रदेश के पूर्व IAS अधिकारी अभिषेक सिंह के UPSC में चयन पर सवाल उठ रहे हैं। वह यूपी कैडर 2011 बैच के पूर्व IAS अधिकारी हैं। उन पर विकलांगता के दावे को लेकर सवाल उठ रहे हैं। अभिषेक सिंह पर आरोप है कि उन्होंने UPSC में चयनित होने के लिए गलत जानकारी दी थी। इन आरोपों के बाद पूर्व IAS अधिकारी अभिषेक सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आरोप लगाने वाले लोगों को जवाब दिया है।
किसी दूसरे के दम पर नहीं चलते
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि भविष्य में मुझ पर आरोप लगाने से पहले दो बार सोच लेना। वह कोई छुई मुई नहीं हैं, जो डर के बैठ के जाएंगे। अपनी प्रतिभा, अपने आत्मविश्वास और अपने साहस के दम चलते हैं और किसी दूसरे के दम पर नहीं चलते हैं।
आलोचना से नहीं पड़ता फर्क
इसके साथ ही उन्होंने लिखा, 'वैसे तो मुझे किसी आलोचना से कोई फर्क नहीं पड़ता है। ये मेरे जीवन काल में पहली बार है, जब वह अपने आलोचकों को जवाब दे रहे हैं। वह इसलिए क्योंकि उनके हजारो समर्थक उनसे कह रहे हैं कि आप जवाब दें नहीं तो हमारा मनोबल टूट जाएगा।'
पूर्व IAS पर लोगों ने उठाए ये सवाल
पूर्व आईएएस अधिकारी ने कहा, 'ये मेरा नैतिक कर्तव्य है कि वह सच्चाई सामने रखें, जिससे उनका भरोसा ना टूटे। तो ये जवाब उनके समर्थकों को समर्पित है ना कि आलोचकों को है।' पूर्व IAS ने कहा कि पहले तो लोगों ने जाति पर ही सवाल उठाया। कहा कि मैं झूठा सिंह हूं, फिर लोगों ने कहा कि वह अपनी नौकरी वापस मांग रहे हैं। अब कुछ लोग कह रहे हैं कि उन्होंने नौकरी विकलांग आरक्षण से ली है।'
एक्टर बनने के लिए पिछले साल IAS से दिया इस्तीफा
बता दें कि उत्तर प्रदेश कैडर 2011 बैच के पूर्व आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह ने पिछले साल अक्टूबर 2023 में एक्टर बनने के लिए इस्तीफा दे दिया था। अपने डांस और जिम वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अभिषेक सिंह पर विकलांगता के दावे को लेकर सवाल उठ रहे हैं। इन्हीं आरोपों पर उन्होंने करारा जवाब दिया है।