यूपी के पूर्व विधायक बिजली चोरी के आरोप में गिरफ्तार, उत्तराखंड से पकड़कर पुलिस लेकर आई मुज़फ्फरनगर
पूर्व विधायक हाजी शाहनवाज राणा ने कहा कि यह बहुत पुराना मामला है। फैक्ट्री के ऊपर मुकदमा दर्ज हुआ था। फिलहाल उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई है। कोर्ट ने 6 दिसंबर को पेशी पर बुलाया है।
मुजफ्फरनगर: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व विधायक हाजी शाहनवाज राणा को यूपी पुलिस ने बिजली चोरी के एक मामले में उत्तराखंड से गिरफ्तार किया है। पूर्व विधायक को गुरुवार शाम को कोर्ट में पेश किया। अपर न्यायाधीश फोर्थ ने पूर्व विधायक शाहनवाज राणा को जमानत देकर 6 दिसंबर को कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए हैं।
हाजी शाहनवाज राणा का जारी हुआ था NBW
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2011 के एक बिजली चोरी के मामले में मुज़फ्फरनगर की अपर न्यायधीश चतुर्थ की कोर्ट ने तारीख पर नहीं आने पर पूर्व बसपा विधायक हाजी शाहनवाज राणा का NBW जारी कर दिया था। पुलिस ने वारंट मिलने के बाद शाहनवाज राणा को उत्तराखंड के मंगलोर थाना क्षेत्र स्थिति एक फैक्ट्री से गिरफ्तार कर उन्हें मुज़फ्फरनगर कोर्ट लेकर पहुंची। पूर्व विधायक सेनवाज राणा की गिरफ्तारी की खबर जैसे ही उनके समर्थकों को लगी तो उनके सैकड़ो समर्थक मुजफ्फरनगर कोर्ट में पहुंच गए।
हाजी शाहनवाज राणा ने दी ये जानकारी
कोर्ट से जमानत मिलने के बाद हाजी शाहनवाज राणा ने कहा कि यह बहुत पुराना मामला है। फैक्ट्री के ऊपर मुकदमा दर्ज हुआ था। जिस फैक्ट्री के अंदर बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज हुआ था। वह मामला खत्म हो गया था और कोर्ट ने भी बिजली चोरी नहीं मानी थी। जब कोर्ट ने बिजली चोरी नहीं मानी तो हमने भी यही समझ लिया कि मामला खत्म हो गया। इसलिए हमें मालूम नहीं था कि हमारा कोई एनबीडब्ल्यू वारंट जारी हुआ है। आज जब पुलिस हमें बताने गई कि आपका वारंट जारी हुआ है तो हमने पुलिस से कहा चलिए हम साथ चलते हैं। हम कोर्ट में आए और हमारा वारंट कैंसिल कोर्ट ने कैंसिल कर दिया। यह मामला लगभग 2011 का था।
पूर्व विधायक के वकील ने कही ये बात
वहीं इस पूरे मामले में पूर्व विधायक हाजी शाहनवाज राणा के अधिवक्ता आफताब केसर ने बताया है कि पूर्व विधायक पर बिजली चोरी का पुराना मामला था। शाहनवाज राणा की उस समय मुजफ्फरनगर के थाना मंसूरपुर क्षेत्र में एक स्टील फैक्ट्री चलती थी। लगभग वर्ष 2011 में उस समय पुलिस और विजिलेंस टीम ने बहुत सारी फैक्ट्री पर विद्युत चोरी होने की सूचना पर छापेमारी की थी। इस दौरान कई सारी फैक्ट्रियों पर विद्युत चोरी का मुकदमा लिखा गया था। जबकि सच्चाई यह थी कि जो मंसूपुर क्षेत्र में विद्युत उपकेंद्र है वहां पर सभी फैक्ट्रियों के विद्युत मीटर स्थापित थे। जब फैक्ट्री पर मीटर नहीं थे और सभी मीटर विद्युत उपकेंद्र पर थे तो विद्युत चोरी कैसे हो सकती थी। उसमें जांच चलती रही। बाद में पुलिस ने साइलेंट रूप से चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी जिसकी हमें जानकारी नहीं हो सकी और न्यायालय ने पूर्व विधायक शाहनवाज राणा के एनबीडब्ल्यू वारंट जारी कर दिए।
6 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई
पुलिस ने उनको गिरफ्तार करके मुजफ्फरनगर कोर्ट में पेश किया। हमने न्यायालय में इनका रेगुलर जमानत प्रार्थना पत्र और अग्रिम जमानत प्रार्थना पत्र दाखिल किया । कोर्ट ने रेगुलर जमानत पर आगामी 6 तारीख को विधायक सेनावरम को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। हम विद्युत का जो भी बकाया बिल था वह जमा कर चुके हैं। अधिकतम 3 वर्ष की कारावास का मामला है। कोर्ट ने आज अग्रिम जमानत देकर 6 दिसंबर को कोर्ट में शाहनवाज राणा को उपस्थित होने का आदेश दिया है।
रिपोर्ट- योगेश त्यागी