बिना सिंदूरदान के ही दर्जनों वर-वधू ने रचा ली शादी, ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में 236 जोड़ों की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जिला प्रशासन की ओर से शादी कराई गई, जिसमें दर्जन भर से ऊपर ऐसे वर और वधू रहे, जिन्होंने सिंदूरदान नहीं किया।
उत्तर प्रदेश: हिंदू समाज में विवाह एक महत्वपूर्ण अंग माना गया है, जिसमें सिंदूरदान के बिना शादी अधूरी मानी जाती है। गाजीपुर जनपद में आज यानी बुधवार को 236 जोड़ों की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत जिला प्रशासन की ओर से शादी कराई गई, जिसमें दर्जन भर से ऊपर ऐसे वर और वधू रहे, जिन्होंने सिंदूरदान नहीं किया, या फिर सिर्फ माथे पर टीका लगा दिया। इस फर्जी वादे को खुद जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह, नगरपालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल और मुख्य विकास अधिकारी के द्वारा मंच पर प्रमाण पत्र देते समय पकड़ा गया और फिर उन लोगों का सही से सिंदूरदान करने के बाद उन्हें प्रमाण पत्र सौंपा गया।
गाजीपुर के आरटीआई मैदान में आज जिला प्रशासन की ओर से 236 गरीब परिवार के लड़कियों का हाथ पीला कराया गया। इसके लिए सामूहिक रूप से विवाह मंडप बनाया गया और गायत्री परिवार की ओर से पूरी शादी को संपन्न कराया गया। इस शादी के गवाह जिला पंचायत अध्यक्ष, मुख्य विकास अधिकारी, नगर पालिका अध्यक्ष सहित तमाम अधिकारी बने।
इस शादी समारोह में जहां सभी शादी की विधियां अपनाई गईं, वहीं सिंदूरदान के वक्त एक बड़ा खेल देखने को मिला, जब 236 में से करीब आधे से अधिक जोड़ों ने कन्या को सिंदूरदान करने के बजाय उनके माथे पर सिंदूर लगाया या फिर बहुत सारे जोड़ों ने सिंदूरदान तक नहीं किया। इस दौरान जब मुख्य अतिथि और मुख्य विकास अधिकारी की ओर से उन्हें प्रमाण पत्र देने के लिए मंच पर बुलाया गया, तब इस फर्जीवाड़े को पकड़ा गया और उनके मंच पर ही सिंदूरदान कर प्रमाण पत्र सौंपा गया।
इस बारे में जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि यह मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना है, जो काफी महत्वपूर्ण है, खासकर गरीब परिवार की लड़कियों के लिए। वहीं, उन्होंने सिंदूरदान वाले मामले पर कहा कि लगातार आपलोगों की ओर से पूछा जाता था, लेकिन इस बार भी इस तरह का मामला सामने आया, जिसे पुनः सिंदूरदान करा उनकी शादी संपन्न कराई गई।
मुख्य विकास अधिकारी ने भी इस मामले को स्वीकार किया और बताया कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर सिंदूरदान कराया गया और सभी ब्लॉकों के वीडियो, एडीओ पंचायत को निर्देश दिया गया है कि सभी लड़कियों को चेक करें कि उनका सिंदूरदान हुआ है या नहीं, यदि नहीं हुआ है तो उनको मिलने वाली सुविधाएं रोक दी जाए।
- अनिल कुमार की रिपोर्ट