A
Hindi News उत्तर प्रदेश क्या माफिया मुख़्तार अंसारी की मौत जहर से हुई थी? विसरा की रिपोर्ट में सच्चाई आई सामने

क्या माफिया मुख़्तार अंसारी की मौत जहर से हुई थी? विसरा की रिपोर्ट में सच्चाई आई सामने

माफिया मुख़्तार अंसारी की मौत कैसे हुई थी, इसकी विसरा की रिपोर्ट आ गई है, रिपोर्ट को मजिस्ट्रेट व ज्यूडिशियल टीम को लखनऊ भेज दी गई है।

माफिया मुख़्तार अंसारी- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO माफिया मुख़्तार अंसारी

यूपी के माफिया मुख्तार अंसारी की बीते दिनों बांदा जेल में मौत हो गई थी, इस पर देश में सनसनी फैल गई थी। उनके भाई व बेटे ने आरोप लगाया था कि मुख्तार को जहर दिया गया है जिस कारण उसकी मौत हुई है। वहीं, राज्य सरकार ने आरोपों को ध्यान में रखते हुए इस पर एक मजिस्ट्रेट और न्यायिक टीम भी गठित की थी। साथ ही विसरा जांच रिपोर्ट के लिए लैब भी भेजा गया था, अब विसरा जांच की रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें जहर की पुष्टि नहीं हुई है।

विसरा जांच रिपोर्ट आई सामने

जानकारी के मुताबिक, मुख़्तार अंसारी की विसरा जांच रिपोर्ट में भी ज़हर की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, मौत के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी ज़हर से मौत की बात नहीं कही गई थी। बाद में उसका विसरा जांच के लिए लखनऊ के फ़ॉरेंसिंक लैब भेज दिया गया था। अब इसकी जांच रिपोर्ट न्यायिक जांच टीम को भी दे दी गई है। इससे पहले माफिया अंसारी की मौत को लेकर यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने भी कहा था कि मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक के चलते हुई है। डीजीपी ने यह भी बताया था कि मुख्तार अंसारी लंबे समय से बीमार चल रहा था और उसे बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

भाई व बेटे ने लगाए थे आरोप

माफिया मुख़्तार की मौत बीमारी के बाद 28 मार्च को हुई थी, तब वो बाँदा जेल में था। इसके बाद माफिया के परिवार की तरफ़ से सांसद भाई अफजाल अंसारी ने ज़हर देकर मारने का आरोप लगाया था,जिसके बाद मजिस्ट्रेट और न्यायिक टीम बनाई गई थी।

कैसे होता है विसरा जांच रिपोर्ट?

जानकारी दे दें कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट को जहां डॉक्टर या डॉक्टर्स की टीम तैयार करती है, वहीं विसरा की जांच, केमिकल एक्जामिनर करते हैं- इसमें कई प्रकार के केमिकल टेस्ट किए जाते हैं जिससे यह पता लगाने की कोशिश होती है कि क्या शख्स की मौत किसी जहरीले पदार्थ की वजह से हुई है या नहीं।

ये भी पढ़ें:

चमकती नमो भारत, साफ-सुथरे स्टेशन, मैकेनाइज्ड आधुनिक मशीनों से रात 10 से सुबह 6 बजे तक होता है काम