कानपुर के महाराणा प्रताप ग्रुप आफ कॉलेज में CUET का पेपर हुआ लीक! छात्रों का हंगामा, जमकर किया पथराव
कानपुर के महाराणा प्रताप ग्रुप ऑफ कॉलेज में सीयूईटी परीक्षा के पेपर लीक की खबर मिलते ही छात्रों ने जमकर हंगामा किया। पेपर लीक हुआ या नहीं, इसकी जांच होगी।
कानपुर में आयोजित हो रही कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) की परीक्षा में सैकड़ों छात्र परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे, परीक्षा का समय हुआ और छात्रों को स्कूल प्रबंधन ने पेपर बांट दिए। इसी दौरान स्कूल प्रबंधन की ओर से एक बड़ी चूक हो गई जो इस बवाल की वजह बन गई। दरअसल स्कूल में इस परीक्षा को देने के लिए दो अलग-अलग माध्यम के स्टूडेंट बैठे थे, जिन्हे प्रबंधन ने हिंदी मीडियम के स्टूडेंट्स को अंग्रेजी माध्यम और अंग्रेजी माध्यम के बच्चों को हिंदी माध्यम के प्रश्न पत्र दे दिए और प्रश्न पत्र के साथ बच्चों को ओएमआर शीट भी दे दी गई।
बदल गए थे सभी छात्रों के पेपर
जब छात्र छात्राओं ने अपनी ओएमआर शीट में अपनी डिटेल और रोल नंबर भर लिए और जैसे ही प्रश्नपत्र को देखा तो सबके पेपर बदले हुए थे। जिन्हे हिंदी में पेपर देना था उनके पास अंग्रेजी और जिन्हे अंग्रेजी मे पेपर मिलना था उन्हे हिंदी के पेपर थमा दिए गए थे, जिसके बाद बच्चों ने इसे सही करने की मांग की, लेकिन ओएमआर शीट में डिटेल भरने के साथ ही पेपर की सीरीज नंबर के भरने के बाद उन्हे बदला नही जा सकता था। जिसके चलते स्कूल में बच्चों ने हंगामा काट दिया और उन्हें ऐसा लगा कि पेपर लीक हो गया है। पेपर लीक की खबर कस्बे में आग की तरह फैली और इस खबर ने पूरे स्कूल में बखेड़ा खड़ा कर दिया जिसके बाद सैकड़ों छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
मौके पर पत्थरबाजी भी हुई
स्कूल प्रबंधन से छात्रों की तीखी झड़प हुई और पत्थरबाजी शुरू हो गई लेकिन इस पेपर की गड़बड़ी को सही नहीं किया जा सकता था। वहीं कुछ छात्रों ने इस बात का आरोप लगाया कि पेपर लीक हो गया है। इसकी वजह ये बताई कि स्कूल में कुछ छात्रों को समय से पहले ही एंट्री दी गई थी जो कमरों में पहले से बैठे थे। कई वजहें सामने आईं जिसके चलते बवाल बढ़ता गया। मौके पर कई थानों की फोर्स पहुंची और स्टूडेंट्स को समझाने का प्रयास भी किया गया। आक्रोषित छात्रों को लगा कि उनका भविष्य खराब हो गया, पेपर फिर से लीक हो गया। दूर दराज से पेपर देने पहुंचे बच्चे अपने केंद्र पर पहुंचकर निराश हुए। हालांकि इस मामले में स्कूल प्रबंधन अपनी गलती को मान रहा है और इस परीक्षा को निरस्त करने के लिए ऊपर विभागीय जानकारी भी देने की बात कही है और इस परीक्षा को निरस्त कराकर नई तारीख पर परीक्षा कराने की बात कही गई है।
DCP ने की बच्चों को समझाने की कोशिश
वहीं मामले के बढ़ते मौके पर पहुंचे डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बच्चों को समझाने का प्रयास किया। उन्हे इस बात का आश्वासन भी दिया कि उनके भविष्य को खराब नहीं होने दिया जाएगा। डीसीपी ने समझया कि इस पेपर के गलत होने से निरस्त कराकर उसे पुनः करने की बात कही गई है जिसके लिए उनका समय भले ही खराब हुआ लेकिन पेपर लीक नहीं हुआ है और नई तारीख मिलने पर परीक्षा पुनः कराई जाएगी। इसके बाद छात्रों का हंगामा कुछ शांत हुआ और अब स्थिति सामान्य है। फिलहाल अब इस पेपर के निरस्त होने के बाद परिक्षा को पुनः कब नई तारीख के साथ कराया जायेगा. ये समिति तय करेगी।
(कानपुर से ज्ञानेंद्र शुक्ला की रिपोर्ट)