उत्तर प्रदेश में निर्माणाधीन कार्यों की आज सीएम योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा की। इस समीक्षा के बाद सीएम योगी ने सख्त निर्देश जारी किए हैं। सीएम योगी ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि राज्य चल रही निर्माणाधीन परियोजनाएं अगर तय टाइमलाइन से पूरी नहीं हुई हैं तो इसके लिए पेनाल्टी लगेगी। अगर पेनाल्टी तीन बार से अधिक लगी तो ठेका लेने वाली फर्म को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिया कि राज्य में एक साथ 13 मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया जाएगा। आगामी सत्र से 13 नए मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस पाठ्यक्रमों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो, इसके लिए तैयारी पूरी होने जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि परियोजनाओं को लेकर समयबद्धता-गुणवत्ता का पालन किया जाए नहीं तो कार्रवाई होगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ का सख्त आदेश
सीएम योगी ने सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिवों को निर्देश दिया कि वो निर्माणाधीन परियोजनाओं की पाक्षिक समीक्षा करें। अगर काम में देरी से लागत बढ़ती है तो परियोजनाओं के लिए बजट का पुनरीक्षण नहीं होगा। नए सत्र से अपने ही परिसर से अलीगढ़, सहारनपुर और आजमगढ़ के राज्य विश्वविद्यालय संचालित होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनहित से संबंधित निर्माण परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने को लेकर निर्देश जारी किया गया है। साथ ही विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिवों और प्रमुख सचिवों संग हुई बैठक में निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स की समयबद्धता और गुणवत्ता की समीक्षा करने को कहा गया है, जिससे किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। परियोजनाओं में अनिवार्य रूप से इसका पालन होना चाहिए।
समय पूरे होने चाहिए निर्माणाधीन कार्य
इस विशेष बैठक में सीएम योगी ने आदेश दिया कि राज्य में 13 मेडिकल कॉलेज तैयार किए जा रहे हैं जिसमें आगामी सत्र से एमबीबीएस में प्रवेश होना है। इन सभी 13 मेडिकल कॉलेजों के निर्माण कार्य को प्रत्येक दशा में जनवरी के अंत तक पूरा कर लिया जाए। इन सभी कॉलेजों का शुभारंभ एकसाथ किया जाएघा। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए तेजी से काम किया जाए। साथ ही अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ में भवन निर्माण को दिसंबर महीने में पूरा कर लिया जाए। वहीं महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, गोरखपुर और अमेठी मेडिकल कॉलेज के निर्माण में भी तेजी लाने को कहा गया है।