दीपावली के अवसर पर अयोध्या पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ, संबोधन में कही ये बातें
दीपावली के अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या पहुंचे हैं। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम के रथ को खींचा। इसके बाद उन्होंने एक कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि
दीपावली के अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या पहुंचे हैं। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम के रथ को खींचा। इस दौरान दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि यह क्षण हमारे लिए आनंदित करने वाला क्षण है। दीपोत्सव का यह 8वां संस्करण है। पहले संस्करण में जब हम आए थे तो भीड़ में उत्साह था लेकिन एक ही स्वर में एक नारा लगता था कि 'योगी जी एक काम करो, मंदिर का निर्माण करो।' एक ही स्वर गूंज रहा था। मैंने उस समय कहा था कि विश्वास करिए, ये दीप जो आपके द्वारा जलाए जाएंगे ये न केवल दीप हैं, बल्कि सनातन धर्म का विश्वास है और प्रभु राम की कृपा अवश्य बरसेगी। आप कार्य करिए भगवान की कृपा अपने आप बरसेगी।
अयोध्या दीपोत्सव पर क्या बोले सीएम योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी ने कहा कि ये अवसर है उन आत्माओं को याद करने का जिन्होंने अपने पूरे जीवन को राम जन्मभूमि के आंदोलन में लगा दिया। उन सभी हुतात्माओं के लिए जिन्होंने साढ़े 3 लाख की संख्या में राम मंदिर के लिए अपने जीवन का त्याग किया। उनका संकल्प पूरा हुआ और अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है और अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हो चुके हैं। जिस अयोध्या में 2017 के पहले बिजली नहीं मिलती थी। यहां के सड़कों, घाटों, मठों और मंदिर की स्थिति खराब थी। जिन्होंने भगवान राम के अस्तित्व पर प्रश्न खड़ा किया था। वे केवल भगवान राम के अस्तित्व पर प्रश्न नहीं खड़ा कर रहे थे। वे आपके अस्तित्व और आपकी विरासत पर प्रश्न खड़ा करते थे।
अयोध्यावासियों को एक बार फिर साथ आना होगा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 में इसी मंच पर कहा था कि योगी जी एक काम करो, मंदिर का निर्माण करो, रामलला को विराजमान करो। इसी मंच से मैंने मेरे सहयोगियों और प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि अयोध्या को सबसे सुंदर स्थान बनाएंगे। आज अयोध्या चमकती है। 21 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनी परियोजनाएं या तो पूरी हो गईं हैं या पूरी होने वाली हैं। सनातन धर्म के लिए अयोध्या एक शुरुआत है। उन्होंने कहा कि हमने जो कहा वह करके दिखाया है। मैंने उन लोगों के काले कारनामें भी देखें हैं जिन्होंने रामभक्तों के खून से अयोध्या की सरयू जी को रंग दिया। अयोध्या को फिर से अपने आप को साबित करने की बारी है। याद रखना मां सीता की अग्निपरीक्षा बार बार नहीं होनी चाहिए। हमें इस अभिशाप से निकलना होगा। इसके लिए अयोध्यावासियों को एक बार फिर से आगे आना होगा।