यूपी उपचुनावः अखिलेश यादव की करहल सीट पर बसपा ने उतारा उम्मीदवार, कुंदरकी से इस नेता को मिला टिकट
बसपा ने करहल विधानसभा उपचुनाव के लिए अवनीश कुमार शाक्य को उम्मीदवार घोषित किया है। इस सीट पर 13 नवंबर को चुनाव होगा और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
मैनपुरीः करहल विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए बसपा ने अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। अवनीश कुमार शाक्य को बसपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है। अवनीश कुमार शाक्य इस समय भोगांव विधानसभा प्रभारी हैं। वह पार्टी के विधानसभा सचिव भी रह चुके हैं। टिकट मिलने बाद उन्होंने अपना चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है। बता दें कि करहल में यादवों के बाद शाक्य समुदाय के वोटर हैं।
बीजेपी ने अभी तक घोषित नहीं किया उम्मीदवार
समाजवादी पार्टी ने करहल से तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया है। जबकि बीजेपी ने अभी तक अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है। बीजेपी को जयंत चौधरी की आरएलडी, सुभासपा, निषाद पार्टी और अपना दल का भी समर्थन हासिल है। जबकि सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
कुंदरकी से रफत उल्ला को बनाया उम्मीदवार
वहीं, बसपा ने कुंदरकी से रफत उल्ला को प्रत्याशी घोषित किया है। रफत उल्ला उर्फ नेता छिदद्दा बसपा के टिकट से अब तक चार बार चुनाव लड़ चुके हैं। सपा के जियाउर्रहमान बर्क के सांसद बनने के बाद सीट खाली हुई है। सपा और बीजेपी ने यहां से अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं।
जानिए कौन हैं अवनीश शाक्य
लोकसभा चुनाव के बाद से ही बहुजन समाज पार्टी ने करहल विधानसभा उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी। करहल विधानसभा से टिकट को लेकर सात लोगों ने आवेदन किए थे जिसमें कस्बा करहल के निवासी दो शाक्य पदाधिकारी के साथ पाल लोधी और यादव समाज के पदाधिकारी भी शामिल थे। वही बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने डॉक्टर अवनीश शाक्य के नाम पर मोहर लगाते हुए शाक्य वोटो को साधने के लिए उन्हें प्रत्याशी बनाया।
डॉ अवनीश शाक्य मूल रूप से भोगांव विधानसभा क्षेत्र के मानिकपुर गांव के निवासी हैं। वह नगर के आवास विकास कॉलोनी में क्लीनिक संचालित करते हैं। वह वर्ष 2018 से निरंतर विधानसभा क्षेत्र भोगांव के प्रभारी की जिम्मेदारी संभालते चले आ रहे हैं।
अखिलेश यादव के इस्तीफे से खाली हुई है सीट
बता दें कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद करहल सीट रिक्त हुई है। वह कन्नौज से सांसद बन चुके हैं। करहल को सपा का गढ़ माना जाता है। यहां पर सैफई परिवार का ज्यादातर कब्जा रहा है। यहां पर 13 नवंबर को मतदान होगा। जबकि वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। इसके लिए सपा-बसपा और बीजेपी समेत अन्य दल भी चुनाव प्रचार में जुट गए हैं।
2022 में अखिलेश से हार गए थे एसपी सिंह बघेल
केंद्रीय मंत्री और आगरा से सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। अगस्त माह में करहल दौरे के दौरान उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दावा किया था कि करहल उपचुनाव में भाजपा भारी अंतर से जीतेगी। पाठक ने परोक्ष रूप से सपा का जिक्र करते हुए कहा, "यह वे लोग हैं जो निर्वाचन क्षेत्र के मालिक हैं, न कि वे जो मानते हैं कि यह उनका अजेय किला है।
रिपोर्ट- सलमान मंसूरी