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Hindi News उत्तर प्रदेश नाबालिग बनी मां तो चुपचाप करा ली डिलीवरी, नर्स ने बच्ची को भी ठिकाने लगा दिया, जानें कैसे तीनों तक पहुंची पुलिस

नाबालिग बनी मां तो चुपचाप करा ली डिलीवरी, नर्स ने बच्ची को भी ठिकाने लगा दिया, जानें कैसे तीनों तक पहुंची पुलिस

सड़क किनारे मिली बच्ची की मौत के बाद बवाल मचा तो पुलिस ने जांच भी तेजी की। इस बीच बच्ची को सड़क किनारे रखने वाली नर्स की पहचान हो गई। इसके बाद पूरा मामला सामने आया।

Representative Image- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO प्रतीकात्मक तस्वीर

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक नवजात की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने जन्म के तुरंत बाद बच्ची को प्लास्टिक की एक पॉलीथिन में लपेटकर सड़क किनारे रख दिया था। बच्ची की नाल तक नहीं काटी थी। ऐसे में जब पुलिस को मामले की सूचना मिली तो बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी डॉक्टर, नर्स और बच्ची की मां को गिरफ्तार कर लिया है।

बुधवार को भोपाल में नवजात बच्ची बोरे में  मिली थी। बच्ची की मौत के बाद उसे फेंकने वाली नर्स, बच्ची की मां और डाक्टर को 24 घंटे के अंदर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने बच्ची को पन्नी में लपेटकर सड़क किनारे रख दिया था। पुलिस ने नाबालिग मां का असुरक्षित प्रसव कराने वाले डॉक्टर, बच्ची को फेंकने वाली नर्स और आरोपी मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

नाल के साथ मिली थी बच्ची

मामला ऐशबाग थाना क्षेत्र के उमराव दुल्हा इलाके का है। यहां बुधवार सुबह डायल 100 के जरिए बोरी में बंद एक लावारिश नवजात बच्ची की सूचना मिली। दरअसल पातरा पुल के पास एक घर के बाहर एक बोरी में नवजात शिशु के रोने की आवाज आ रही थी और उसकी नाल भी नहीं कटी थी। इसके बाद डायल हंड्रेड के जरिए उसे इंदिरा गांधी अस्पताल इलाज के लिए पहुंचाया गया। पुलिस ने तहकीकात की तो बोरी में बंद कर मासूम बच्ची को फेंकने वाली महिला के सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए। इसके बाद पुलिस ने नवजात बच्ची के अज्ञात माता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया

पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया

पुलिस ने विशेष टीम का गठन कर आरोपी को पकड़ने की कवायद शुरू की। गुरुवार सुबह बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस टीम ने इलेक्ट्रोनिक, तकनीकी साक्ष्य और मुखबिरों की सहायता से आरोपियों का पता किया तो पता चला नर्स आसमा उर्फ फिरदोस खान ने प्लास्टिक की थैली मे नवजात शिशु को गली में रखा था। पूछताछ मैं उसने बताया की डाक्टर सुरेंद्र नाहर के कहने पर उसने नाबालिग बालिका का प्रसव कराया और नवजात शिशु को पतरा पुलिया के पास गली में एक मकान के में रख कर अपने घर चली गई। पुलिस ने असुरक्षित प्रसव करवाने वाले सुरेन्द्र नाहर ,नर्स फिरदोस खान और बच्ची की नाबालिग मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।