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Hindi News उत्तर प्रदेश अब मिनटों में मिलेगा कुंभ में बिछड़ा भाई, AI कैमरे करेंगे कमाल, जानें क्या है योगी सरकार की हाईटेक तैयारी

अब मिनटों में मिलेगा कुंभ में बिछड़ा भाई, AI कैमरे करेंगे कमाल, जानें क्या है योगी सरकार की हाईटेक तैयारी

कुंभ 2025 के लिए योगी सरकार विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान कर रही है। डिजिटल खोया-पाया केंद्र भी इनमें से एक हैं। इन केंद्रों पर एआई कैमरों के जरिए खोए हुए लोगों को खोजा जाएगा।

Kumbh Mela- India TV Hindi Image Source : PTI/METAAI कुंभ मेले में एआई कैमरों का इस्तेमाल होगा

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले वर्ष जनवरी में आयोजित होने वाले महाकुम्भ मेले के लिए योगी सरकार खास तैयारियां कर रही है। बेहतरीन सड़कों से लेकर पौराणिक पेंटिंग और स्मार्ट बल्ब का भी प्रबंध किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तैरता हुआ अस्थायी पुल भी बनाया जा रहा है। इसके साथ ही मेले में बिछड़ों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए एआई (कृत्रिम बुद्धिमता) से लैस कैमरों और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद लेने की तैयारी है। 

अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि एआई तकनीक से लैस इन कैमरों के साथ ही फेसबुक और ‘एक्स’ जैसे सोशल मीडिया मंच भी बिछड़ने वाले लोगों को खोजने में तत्काल मदद करेंगे। उन्होंने बताया कि इस बार महाकुम्भ में देश-विदेश से बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को अपनो के खोने का डर नहीं सताएगा। 

एक दिसंबर से शुरू होगा डिजिटल खोया-पाया केंद्र

अधिकारी ने बताया कि मेला प्रशासन द्वारा डिजिटल खोया-पाया केंद्र को एक दिसंबर से शुरू कर दिया जाएगा। चतुर्वेदी ने बताया कि इसके माध्यम से 328 एआई कैमरे पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखेंगे और इन सभी कैमरों का परीक्षण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर बड़े पैमाने पर कैमरे लगाने का काम अपने अंतिम चरण में है और मेला क्षेत्र में चार स्थानों पर इन विशेष एआई कैमरों का परीक्षण भी किया जा चुका है। अधिकारी ने बताया कि डिजिटल खोया-पाया केंद्र तकनीक के सहारे कार्य करेंगे और इसमें हर खोये हुए व्यक्ति का डिजिटल पंजीकरण तुरंत किया जाएगा, जिसके बाद एआई कैमरे गुमशुदा की तलाश में जुट जाएंगे।

फेसबुक और एक्स से भी लेंगे मदद

अपर मेलाधिकारी ने बताया कि यही नहीं, गुमशुदा की जानकारी को फेसबुक और ‘एक्स’ पर भी साझा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खोये हुए व्यक्तियों की पहचान के लिए चेहरे की पहचावन करने वाली तकनीक का उपयोग किया जाएगा और एआई से लैस कैमरे तत्काल फोटो खींचकर व्यक्ति की पहचान कर लेंगे। (इनपुट- पीटीआई भाषा)