कांवड़ रूट पर ढाबों में नेम प्लेट लगाने के आदेश पर रोक... मुजफ्फरनगर में क्या बोले योगी सरकार के मंत्री और नेता?
कांवड़ यात्रा के रूट पर पड़ने वाले होटल, ढाबा और खाने के ठेलों पर मालिक का नाम और मोबाइल नंबर लिखे जाने के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। इसके बाद योगी सरकार के मंत्री और बीजेपी नेताओं की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
कांवड़ यात्रा के रूट में पड़ने वाली खाने की दुकानों और ढाबों पर नेम प्लेट लगाए जाने वाले सरकार के आदेश को सुप्रीम कोर्ट ने रोक दिया है। कोर्ट की अहम टिप्पणी के बाद मुजफ्फरनगर के सभी कावड़ मार्गों पर दुकानदारों ने नेम प्लेट हटानी शुरू कर दी है। इस मामले में राजनीतिक लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। बीजेपी के कई सीनियर नेता सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का पालन करने की बात तो जरूर कर रहे हैं लेकिन दबे शब्दों में एक विशेष समुदाय पर आरोप भी लगा रहे हैं।
शिव चौक पर मंत्री ने किया कांवड़ कंट्रोल रूम का उदघाटन
उत्तर प्रदेश सरकार में कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने सोमवार देर शाम मुजफ्फरनगर के शिव चौक पर कांवड़ कंट्रोल रूम का उदघाटन किया। उन्होंने कहा की सुप्रीम कोर्ट का जो आदेश आया है। उसका भरपूर स्वागत है लेकिन इसमें जो कोर्ट में अपीलकर्ता हैं। वो राजनैतिक पार्टियां हैं। इसलिए इसको राजनीतिक मुद्दा न बनाएं।
मुजफ्फरनगर से गुजरते हैं 7 करोड़ कांवडिये
मंत्री ने कहा कि ये विषय न हिन्दू-मुस्लिम का है। न ही राजनैतिक है। ये विषय मुख्य रूप से कांवड़ का है। हर साल 7 करोड़ कांवड़िया गौमुख हरिद्वार से गंगा जल लेकर के मुजफ्फरनगर होते हुए अपने गंतव्य की और जाते हैं। उन सब को भोजन कैसा मिले? भोजन शुद्ध हो या शाकाहारी हो या मांसाहारी हो। ये उनकी स्वतंत्रता है। उसमें कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकता है।
खाने की अशुद्धता पर लगे प्रतिबंध
कौशल विकास मंत्री ने कहा, 'मैंने देखा है की भोले शंकर, मां जगदम्बे और गणपति के नाम से लोग ढाबा और खाने के होटल का नाम रखते हैं। उन्हीं हाथों से नॉनवेज भी बनाते हैं। उन्हीं हाथों से वेजिटेरियन खाना भी बनाते हैं। इसलिए ये जो अशुद्धता है। इस पर प्रतिबंध लगे। इसलिए लोगों से निवेदन है की इस मुद्दे पर राजनीति न ही करें। सुप्रीम कोर्ट इस मामले अब 26 तारीख को सुनवाई करेगा। जो भी निर्णय सुप्रीम कोर्ट का होगा, वो हमें मान्य होगा।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का करते हैं पालन- सतेंद्र सिसोदिया
इस मामले में बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेंद्र सिसोदिया ने कहा की हम भारतीय जनता पार्टी के संस्कारिक कार्यकर्त्ता हैं। सुप्रीम कोर्ट हमारे लिए सर्वमाननीय है। उनके आदेश का हम पालन करेंगे लेकिन इतना जरूर है की सरकार ने जो भी निर्णय लिया था। वो सभी आम जनमानस की भावनाओं को धयान में रख कर लिया था। किसी की भावना को ठेस नहीं पहुंचे। आज जो फैसला सुप्रीम कोर्ट का आया है हम उसका पालन करते हैं।
जनता जनार्दन का होना चाहिए आशीर्वाद
उन्होंने कहा कि विपक्ष तो ये भी कहता था की नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री नहीं बनेगे लेकिन वह देश के प्रधानमंत्री हैं। उनके चाहने या कुछ भी कहने से कुछ नहीं होता है। जनता जनार्दन का आशीर्वाद होना चाहिए। इसलिए हमें पूरा विश्वास है आने वाले उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी 10 की 10 सीट जीतेगी। अभी सहयोगी दलों के साथ बैठ कर तय किया जाएगा की किस सीट पर किस को लड़ाना है।
योगेश त्यागी की रिपोर्ट