A
Hindi News उत्तर प्रदेश रामपुर में अखिलेश यादव के खिलाफ उनके ही लोगों ने खोल दिया मोर्चा, जानिए अचानक ऐसा क्या हुआ

रामपुर में अखिलेश यादव के खिलाफ उनके ही लोगों ने खोल दिया मोर्चा, जानिए अचानक ऐसा क्या हुआ

रामपुर में आजम खान के गुट सपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय से अखिलेश यादव की तस्वीर हटा ली है। सपा कार्यकर्ता सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

समाजवादी पार्टी के निवर्तमान जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल - India TV Hindi Image Source : INDIA TV समाजवादी पार्टी के निवर्तमान जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल

रामपुर: समाजवादी पार्टी के सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी की तरफ से आजम खान को लेकर दिए गए बयान के बाद रामपुर में आजम खान के समर्थक आक्रोशित हैं। आजम खान के करीबियों ने पार्टी सांसद नदवी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। समाजवादी पार्टी के निवर्तमान जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल ने अपने कार्यालय से अखिलेश यादव की फोटो भी उतार दिया है। उनका कहना है कि जब तक अखिलेश यादव आजम खान पर मोहिबुल्लाह द्वारा दिए गए बयान एक्शन नहीं लेंगे तब तक यह फोटो उतरा ही रहेगा। उन्होंने सांसद नदवी के बयान पर नाराज़गी भी जताई है।

सांसद नदवी ने दिया था ये बयान

 दरअसल रामपुर से नवनिर्वाचित सांसद मौलाना मुहिबुलाह ने आजम खान से जेल से मिलने के सवाल पर कहा कि जेल जेल होती है। जेल सुधार गृह होता है। कोई जन्नत नहीं होती। अनजाने में क्या गलती होती है जो इंसान जेल जाता है। उनके लिए दुआ ही की जा सकती है। बता दें कि रामपुर में आजम खान के गुट के विरोध के बाद भी मौलाना नदवी सांसद चुने गए। अब सपा नेता ने अपने कार्यालय से अखिलेश यादव का भी फ़ोटो उतार दिया है।

मुरादाबाद सांसद ने भी नदवी को नसीहत

मुहिबुल्ला नदवी पर निशाना साधते हुए मुरादाबाद सांसद रुचि वीरा ने कहा कि नदवी को यह नहीं भूलना चाहिए कि वे आजम खान की बदौलत ही सांसद बने हैं। आजम खान पार्टी के सीनियर नेता हैं उनके खिलाफ ऐसे बयान देने से बचना चाहिए। रुचि वीरा आजम खान की करीबी नेता मानी जाती हैं।

मुहिबुल्ला नदवी 87 हजार से अधिक मतों से जीते हैं

बता दें कि समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खां के गढ़ रामपुर में सपा उम्मीदवार मुहिबुल्ला नदवी ने 87 हजार से अधिक मतों से जोरदार जीत हासिल की है। आजम खां रामपुर से 10 बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं और वह निर्विवाद रूप से रामपुर के सबसे बड़े नेता माने जाते रहे हैं। वह 2019 के लोकसभा चुनाव में रामपुर से सांसद चुने गये थे। हालांकि 2022 में विधानसभा के लिये चुने जाने पर उन्होंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद रामपुर लोकसभा सीट के लिये हुए उपचुनाव में भाजपा के घनश्याम लोधी ने जीत हासिल की थी।

रामपुर की सियासत पर पिछले करीब पांच दशक तक पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां का एक छत्र राज रहा। इस चुनाव से राजनीति में पदार्पण करने वाले नदवी रामपुर के ही स्वार टांडा इलाके के मूल निवासी हैं और वह दिल्ली की संसद मार्ग स्थित जामा मस्जिद में इमाम हैं।