राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा चौथा दिन: वैदिक रीति से प्रकट की जाएगी अग्नि, जानें आज का कार्यक्रम और पूजा विधि की खास बातें
मोहित कर देने वाला रामलला का विग्रह अपने स्थान पर विराजमान हो चुका है। अब अनुष्ठान के पूर्ण होते ही रामलला सारे संसार को दर्शन देने लगेंगे। अब उन पलों का इंतजार है जब प्राण प्रतिष्ठा होगी और विग्रह के चेहरे से पट्टी हटने के साथ सारा संसार मानो राम के दिव्य रूप से प्रकाशित हो जाएगा।
अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला का विग्रह स्थापित कर दिया गया है। रामलला की पहली झलक भी सामने आ गई है। रामलला के 51 इंच के विग्रह को विधि विधान के साथ गर्भगृह में स्थापित कर दिया गया है, अब 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के बाद विग्रह के चेहरे से पट्टी हटाई जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मुख्य यजमान होंगे। काशी से आए हुए विद्वान और पंडितों के मंत्रोच्चारण के बीच 22 जनवरी को विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। कल ही गर्भ गृह में नवग्रह की स्थापना की गई। इस अवसर पर प्राण प्रतिष्ठा के यजमान अनिल मिश्रा के साथ काशी से आए विद्वान शामिल हुए। अब करोड़ों भक्तों को 22 जनवरी का बेसब्री से इंतजार है जब उन्हें रामलला के विग्रह के पूर्ण दर्शन होंगे।
प्राण प्रतिष्ठा का दिव्य अनुष्ठान
प्राण प्रतिष्ठा के लिए अनुष्ठान लगातार जारी हैं। आज अनुष्ठान के चौथे दिन वैदिक रीति रिवाज से अग्नि प्रकट की जाएगी, उसके साथ अनुष्ठानों का सिलसिला शुरू हो जाएगा और इन अनुष्ठानों के बाद रामलला की प्रतिमा जीवंत हो उठेगी। आज प्रातः 9 बजे अरणिमन्थन से अग्नि प्रकट होगी। उसके पूर्व गणपति आदि स्थापित देवताओं का पूजन, द्वारपालों द्वारा सभी शाखाओं का वेदपारायण, देवप्रबोधन, औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, कुण्डपूजन, पञ्चभूसंस्कार होगा। अरणिमन्थन द्वारा प्रगट हुई अग्नि की कुण्ड में स्थापना, ग्रहस्थापन, असंख्यात रुद्रपीठस्थापन, प्रधानदेवतास्थापन, राजाराम-भद्र -श्रीरामयन्त्र-बीठदेवता-अङ्गदेवता-आवरणदेवता -महापूजा, वारुणमण्डल, योगिनीमण्डलस्थापन, क्षेत्रपालमण्डलस्थापन, ग्रहहोम, स्थाप्यदेवहोम, प्रासाद वास्तुश्शान्ति, धान्याधिवास सायंकालिक पूजन एवं आरती होगी।
रामलला के विग्रह की पहली तस्वीर सामने आई
रामलला का ये विग्रह कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने तैयार किया है। शिला को विग्रह का आकार देते वक्त योगी बेहद भावुक हो गए, उनके परिवार में तो खुशियां तैर रही हैं। गर्भगृह में रामलला के विराजमान होने के साथ ही अयोध्या में राम मंदिर का भव्य स्वरूप दिखने लगा है। इसकी पूरी तस्वीरें सामने आ रही है। पांच गुंबदों में तीन शिखर बन चुके हैं। जो शिखर बनने बाक़ी हैं उनको भी अस्थाई तौर पर बना दिया गया है। मंदिर दूर से ही दिखने लगा है, इसी मंदिर के प्रांगण में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी और सबको रामलला के विग्रह की पहली झलक देखने को मिलेगी। लेकिन उससे पहले की प्रक्रिया को बेहद सावधानी से किया जाना है।
कठोर साधना कर रहे हैं PM मोदी
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के मुख्य यजमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। इस अनुष्ठान के आखिरी 3 दिनों में पीएम मोदी कठोर साधना कर रहे हैं। वह लगातार मंदिरों के दर्शन कर रहे हैं। पीएम मोदी विशेष अनुष्ठान के बारे में बता चुके हैं, अब इस अनुष्ठान में पीएम आखिरी तीन दिनों तक लकड़ी के तख्त पर सोएंगे। उस पर केवल कंबल बिछा होगा। भोजन के भी कठिन नियमों का पालन कर रहे हैं। खबर ये भी है कि पीएम मोदी प्राण प्रतिष्ठा से एक दिन पहले यानि 21 जनवरी को ही अयोध्या पहुंच सकते हैं। घने कोहरे वाले मौसम की वजह से ये पुख्ता किया जा रहा है कि पीएम वक्त से पहुंचे इसी हिसाब से सारे इंतज़ाम किए जा रहे हैं।
आज तैयारियों का जायजा लेंगे CM योगी
आज सीएम योगी आदित्यनाथ तैयारियों का जायजा लेने आ रहे हैं। इस दौरान वो हनुमानगढ़ी में दर्शन भी करेंगे। आज चौथे दिन का अनुष्ठान होगा और अब बेसब्री से प्रतीक्षा रहेगी 22 जनवरी की जब रामलला के इस बाल विग्रह के पूर्ण दर्शन होंगे।
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