राम जन्मभूमि परिसर के उच्च सुरक्षा क्षेत्र में स्थित अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर के एक सहायक पुजारी की हत्या कर दी गई। पुजारी राम सहारे दास का शव गुरुवार तड़के मंदिर के बगल के एक कमरे में मिला। मामले में 15 से 18 साल की उम्र के दो नाबालिग शष्यों को हिरासत में लिया गया है। 44 वर्षीय पुजारी राम सहारे दास की हत्या के कारण अभी स्पष्ट नहीं हैं।
शव को दूसरे पुजारी ने देखा
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि पुजारी की हत्या आरोपियों के साथ टकराव के बाद की गई थी, लेकिन अपराध के सटीक मकसद का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) राजकरण नय्यर के मुताबिक, पुलिस को गुरुवार सुबह घटना की जानकारी मिली। पुजारी का शव दूसरे पुजारी को तब मिला, जब पुजारी सुबह की प्रार्थना के लिए नहीं आया। दास छह महीने से हनुमानगढ़ी मंदिर के चार सहायक पुजारियों में से एक थे।"
शिष्यों के साथ हुआ था टकराव
परिसर के अन्य पुजारियों के मु्ताबिक, दास का बुधवार की रात दो शिष्यों के साथ कुछ टकराव हुआ था। दोनों शिष्य मृतक पुजारी के साथ उसके कमरे में रहते थे। टकराव के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। महानिरीक्षक (अयोध्या रेंज) प्रवीण कुमार ने कहा कि पुजारी राम करण दास की शिकायत के आधार पर दोनों शिष्यों को हिरासत में लिया गया और उनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि दोनों शिष्यों ने पुजारी की हत्या कर दी, लेकिन हत्या का मकसद अभी तक पता नहीं चल पाया है।
- IANS इनपुट के साथ
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