वाराणसी: काफी लंबे इंतजार के बाद आखिरकार ज्ञानवापी विवाद के बाद कोर्ट के आदेश पर कराए गए एएसआई सर्वे की रिपोर्ट आज जिला जज वाराणसी की कोर्ट में पेश हो गई। आज रिपोर्ट पेश करने के दौरान एएसआई के सुपरिटेंडेंट अविनाश मोहंती सहित एएसआई के अधिवक्ता अमित श्रीवास्तव सहित करीब 15 लोग कोर्ट रूम में मौजूद थे। इन सभी लोगों ने माननीय जिला जज डॉ अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में दोपहर 2.30 बजे एएसआई की रिपोर्ट न्यायाधीश के समक्ष पेश की। ज्ञानवापी विवाद से जुड़े मामले में एएसआई सर्वे की रिपोर्ट की कॉपी सफेद रंग के कपड़े में सील बन्द कर माननीय न्यायाधीश के समक्ष पेश की गई।
सीलबंद सफेद कपड़े के अंदर पेश की गई रिपोर्ट
एएसआई ने आज ज्ञानवापी मामले से जुड़ी दो तरीके की रिपोर्ट पेश की है। एक रिपोर्ट सफेद रंग के कपड़े में पूरी तरीके से सीलबंद है, जिसे कागजी रिपोर्ट कहा जा रहा है। वहीं दूसरी रिपोर्ट पीले रंग के सील बंद लिफाफे में है, जिसमें संभवत: मालखाने में जमा किये गए साक्ष्य और पेन ड्राइव सहित दस्तावेज मौजूद थे। इस मामले में मुस्लिम पक्ष ने आज लंच से पहले जिला जज वाराणसी की कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर ज्ञानवापी से जुड़ी एएसआई सर्वे की रिपोर्ट को सीलबंद कर पेश करने को लेकर मांग की थी। वही हिन्दू पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुए जिला जज डॉ अजय कृष्ण विश्वेश को प्रार्थना पत्र देकर इस पर आपत्ति जताई है।
21 दिसंबर को होगी अगली सुनवाई
हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने जिला जज से ज्ञानवापी एएसआई सर्वे की रिपोर्ट पक्षकारों को ई-मेल के माध्यम से दिए जाने की अपील की है। हिन्दू पक्ष की अपील के खिलाफ जाते हुए अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के अधिवक्ता रईस अहमद अंसारी ने पब्लिक डोमिल में रिपोर्ट न जाये औ ज्ञानवापी के एएसआई सर्वे की रिपोर्ट सार्वजनिक किये जाने को लेकर इसका विरोध किया। अब इस मामले में 21 दिसम्बर को फिर सुनवाई होगी। हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने उम्मीद जताई है कि 21 दिसम्बर तक माननीय न्यायाधीश का सभी पक्षकारों को सर्वे रिपोर्ट की कॉपी मिल सकती है।
84 दिन हुआ सर्वे, 40 दिन में पेश हुई रिपोर्ट
बता दें कि ज्ञानवापी मामले में कोर्ट कमीशन के सर्वे से लेकर एएसआई सर्वे तक कई बार काम शुरू होने और रुकने के आदेश आए। इस पूरे मामले में वाराणसी के वरिष्ठ अधिवक्ता नित्यानंद राय ने बताया कि 4 अगस्त से लेकर 2 नबम्बर 2023 तक ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे का काम हुआ। नित्यानंद बताते ही कि एएसआई ने 2 नबम्बर को रिपोर्ट पेश करने से पहले ही जिला जज की कोर्ट में अर्जी लगाते हुए तीन बार सर्वे का काम पूरे करने के लिए कोर्ट से समय लिया।
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