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Hindi News उत्तर प्रदेश अपर्णा यादव ने संभाला महिला आयोग में पदभार, कहा-'पीएम मोदी परशुराम, पहले मैं एकलव्य थी अब अर्जुन हूं', नाराजगी पर भी बोलीं

अपर्णा यादव ने संभाला महिला आयोग में पदभार, कहा-'पीएम मोदी परशुराम, पहले मैं एकलव्य थी अब अर्जुन हूं', नाराजगी पर भी बोलीं

समाजवादी पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू व भाजपा की नेता अपर्णा यादव ने बुधवार को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष के तौर पर पदभार संभाल लिया।

अपर्णा यादव ने राज्य महिला आयोग में संभाला कार्यभार- India TV Hindi Image Source : PTI अपर्णा यादव ने राज्य महिला आयोग में संभाला कार्यभार

लखनऊः मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और बीजेपी नेता अपर्णा यादव ने बुधवार को राज्य महिला आयोग में उपाध्यक्ष का पदभार संभाल लिया। कार्यभार संभालने के बाद अपर्णा ने कहा कि पीएम मोदी और यूपी सरकार ने मुझे एक जिम्मेदारी दी है। मैं 2014 से महिलाओं के कल्याण के लिए काम कर रही हूं। अपर्णा यादव को पिछले हफ्ते उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। 

अपर्णा ने पीएम मोदी को परशुराम और खुद को एकलव्य बताया

अपर्णा यादव ने 'भाजपा परिवार' में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना 'परशुराम' और खुद की तुलना 'एकलव्य' से करते हुए कहा कि प्रतिभाशाली होने के बावजूद उन्हें अवसर नहीं दिया जा रहा था। हालांकि, उन्होंने कहा कि अब वह 'अर्जुन' की तरह काम करेंगी। अपर्णा ने कहा, "मैं भगवान से मुझे शक्ति देने के लिए प्रार्थना करती हूं ताकि मैं पूरी ताकत के साथ अपना काम जारी रख सकूं। मैंने समाज सेवा से शुरुआत की और अब मैं राजनीति में हूं, वरिष्ठों और बुजुर्गों के आशीर्वाद से मुझे उम्मीद है कि मैं अच्छा काम करना जारी रखूंगी।

नाराजगी की खबरों पर दिया ये बयान

उन्होंने पदभार संभालने के बाद यहां पत्रकारों से बात करते हुए इन अफवाहों को भी खारिज करने की कोशिश की कि विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने या कोई अन्य जिम्मेदारी नहीं मिलने से वह भाजपा से नाराज हैं। अपर्णा ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश सरकार, संगठन और मेरी पार्टी की आभारी हूं कि उन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी। जो लोग मुझे जानते हैं, वे जानते हैं कि मेरा काम महिलाओं के मुद्दों पर केंद्रित रहा है, चाहे वह निर्भया मामले या हाल ही में कोलकाता के मामले में विरोध प्रदर्शन करना हो।
 
नाराज़गी जैसी बात का कोई औचित्य ही नहीं

महिला आयोग में कार्यभार संभालने के बाद प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए अपर्णा यादव ने कहा कि नाराज़गी जैसी बात का कोई औचित्य ही नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह 2022 में विधानसभा चुनाव का टिकट न मिलने पर भाजपा से नाराज हैं तो उन्होंने कहा, “जब आप एक परिवार में होते हैं, तो सभी को अपनी बात रखने का अधिकार होता है। इसका मतलब यह नहीं है कि कोई परेशान या नाराज है। इससे पहले यह अटकलें थी कि वह महिला आयोग में मिले पद से संतुष्ट नहीं है। इसलिए वह बीजेपी नेतृत्व से नाराज हैं। 

इससे पहले अपर्णा यादव ने सोमवार शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और इन अफवाहों पर विराम लगा दिया कि वह फिर से सपा में शामिल होंगी। वह जनवरी 2022 में भाजपा में शामिल हुई थीं।

एक साल तक रहेगा कार्यकाल

बता दें कि अपर्णा यादव को पिछले सप्ताह 3 सितंबर को राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन उन्होंने अभी तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया था। इसलिए अटकलें चल रहीं थी वह नाराज चल रही हैं। पिछले हफ्ते राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बबीता चौहान को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष और अपर्णा यादव और चारू चौधरी को एक वर्ष की अवधि के लिए या राज्य सरकार के निर्णय तक उपाध्यक्ष के रूप में नामित किया था।