अनुप्रिया पटेल ने सीएम योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्र, इंटरव्यू आधारित परीक्षा पर की ये मांग
केंद्रीय मंत्री और अपना दल की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। अपने पत्र में अनुप्रिया पटेल ने कहा कि साक्षात्कार आधारित नियुक्ति वाली भर्ती परीक्षाओं में पिछड़े वर्ग, एससी, एसटी वर्ग के लोगों को चयन नहीं किया जाता है।
केंद्रीय मंत्री और अपना दल की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। अनुप्रिया पटेल ने इंटरव्यू आधारित परीक्षा के आरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने अन्य पिछड़ा वर्ग, एससी-एसटी के आरक्षण का जिक्र किया है। अनुप्रिया पटेल ने खत में लिखा, "आदरणीय मुख्यमंत्री जी, आप अवगत है कि विगत वर्षों में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार द्वारा केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल एवं NEET की प्रवेश परीक्षा में पिछड़े वर्ग से आने वाले छात्रो को आरक्षण देने का ऐतिहासिक कदम उठाया जा चुका है जो भविष्य में पिछड़े वर्ग से आने वाले छात्रो के उज्जवल भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।"
अनुप्रिया पटेल ने सीएम योगी को लिखा पत्र
उन्होंने आगे लिखा, "इसी क्रम में अवगत कराना है कि पिछड़े वर्ग और अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से आने वाले अभ्यर्थियों द्वारा लगातार अधोहस्ताक्षरी (The undersigned) से सम्पर्क कर अवगत कराया जा रहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित की जाने वाली सिर्फ साक्षात्कार आधारित नियुक्ति प्रक्रिया वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अन्य पिछड़े वर्ग एवं अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग हेतु आरक्षित पदों पर इस वर्ग के अभ्यर्थी को प्रायः Not Found Suitable घोषित करके इन वर्गों से आने वाले किसी भी अभ्यर्थी का चयन नहीं किया जाता । सिर्फ साक्षात्कार आधारित नियुक्ति प्रक्रिया वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में इन पदों हेतु यह प्रक्रिया कई बार अपना करके अंत में अन्य पिछड़े वर्ग एवं अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित उपरोक्त संदर्भित पदों को अनारक्षित घोषित कर दिया जाता है।"
आरक्षण का पत्र में हुआ जिक्र
अनुप्रिया पटेल ने अपने पत्र में लिखा कि आप भी सहमत होगें कि अन्य पिछड़े वर्ग एवं अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से आने वाले अभ्यर्थी भी इन परीक्षाओं हेतु न्यूनतम अर्हता की परीक्षा अपनी योग्यता के आधार पर ही पास करते है तथा अपनी योग्यता के आधार पर ही इन साक्षात्कार आधारित परीक्षाओ के लिए अर्ह पाए जाते है अतः अन्य पिछड़े वर्ग एवं अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग से आने वाले अभ्यर्थियों को बार-बार Not Found Suitable घोषित करके उनको नियुक्ति हेतु सफल ना पाया जाना समझ के परे है।
सीएम योगी आदित्यनाथ से अनुरोध
उन्होंने सीएम योगी से अनुरोध करते हुए कहा कि विनम्र अनुरोध है कि राज्य सरकार के अधीन सभी संस्थाओं द्वारा आयोजित सिर्फ साक्षात्कार आधारित नियुक्ति प्रक्रिया वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में पिछड़े वर्ग और अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग हेतु आरक्षित पदों पर Not Found Suitable की प्रक्रिया बार-बार अपनाते हुए अंत में उन पदों को अनारक्षित घोषित करने की व्यवस्था पर तत्काल रोक लगाने हेतु प्रभावी कार्यवाही करके इन वर्गों से आने वाले अभ्यर्थियों में उत्पन्न हो रहे आक्रोश को रोकने का कष्ट करें। यह भी अनुरोध है कि आवश्यक प्राविधान करते हुए सिर्फ साक्षात्कार आधारित नियुक्ति प्रक्रिया वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में पिछड़े वर्ग और अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग हेतु आरक्षित पदों को सिर्फ इन्ही वर्गों से आने वाले अभ्यर्थियों से भरा जाना अनिवार्य किया जाए चाहे इसके लिए जितनी भी बार नियुक्ति प्रक्रिया करनी पड़े।
(रिपोर्ट- अविनाश तिवारी)