नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में पुलिस पर एक छात्रा को फोन चोरी की FIR के लिए दर-दर भटकाने का आरोप लगा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले की FIR तभी दर्ज हो पाई जब वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की गई। नोएडा के सेक्टर-76 के पास एक नामी यूनिवर्सिटी की छात्रा से मोबाइल फोन लूटने की घटना के 11 दिन बाद पुलिस ने FIR दर्ज की। इस मामले में शिकायतकर्ता ने मुकदमा दर्ज करने में देरी को लेकर पुलिस की कार्य प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
‘मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने लूटा फोन’
पूरे मामले के बारे में जानकारी देते हुए सेक्टर-113 पुलिस थाना के प्रभारी निरीक्षक कृष्ण गोपाल शर्मा ने बताया कि सोमवार रात सेक्टर-74 अजनारा हैरिटेज की निवासी श्रेष्ठा वर्मा ने मोबाइल फोन के लूटे जाने की शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के मुताबिक, एक अगस्त को जब वह ऑटोरिक्शा से अपने घर से सेक्टर-125 स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी जा रही थी तभी सेक्टर-76 के पास मोटरसाइकिल सवार अज्ञात बदमाशों ने उसका मोबाइल फोन लूट लिया। उन्होंने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
‘थाने में ऑनलाइन शिकायत के लिए कहा गया’
हालांकि इस मामले में पीड़िता के पिता दीपक वर्मा ने पुलिस की कार्य प्रणाली पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वर्मा वित्त मंत्रालय से रिटायर्ड अधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि जब वह एक अगस्त को सोरखा पुलिस चौकी पर शिकायत दर्ज कराने गए तो पूछा गया कि ‘कौन सी लूट? एक दिन में 4 लूट हुई है।’ वर्मा ने बताया कि चौकी ले उन्हें थाने भेज दिया गया।’ वर्मा ने दावा किया कि थाने में तैनात पुलिस अधिकारियों ने उनसे कहा कि आप ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवा लीजिए।
‘सीनियर अफसरों से शिकायत के बाद हुई FIR’
वर्मा के मुताबिक, थाने पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने कहा कि थाने में बिजली नहीं आ रही है जिसकी वजह से शिकायत दर्ज नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि मुकदमा दर्ज करने में पुलिस ने आनाकानी की तथा कई दिनों तक इधर से उधर भटकाया। वर्मा ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत करने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई। हालांकि इस बारे में थाना प्रभारी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। (भाषा)