अमेठी जिले के निहालगढ़ रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार को एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया जब रेल पटरी का निरीक्षण करने आए अधिकारियों की डीपीसी ट्रेन (इंजनयुक्त कोच) अचानक खराब हो गई और ‘शंटिंग’ इंजन नहीं होने के कारण रेल कर्मचारियों को धक्का लगाकर उसे लूप लाइन पर ले जाना पड़ा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया, जिसमें कुछ लोग डीपीसी ट्रेन को धक्का लगाते हुए दिख रहे हैं। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा।
रेलवे स्टेशन से कुछ दूर पहले ही खराब हो गई ट्रेन
रेलवे के सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को रेलवे के कुछ अधिकारी पटरी का निरीक्षण करने के लिए डीपीसी ट्रेन में सुलतानपुर की ओर से अमेठी स्थित निहालगढ़ रेलवे स्टेशन की तरफ आ रहे थे, रेलवे स्टेशन से कुछ दूर पहले ही अधिकारियों का यह इंजनयुक्त डिब्बा मुख्य लाइन पर अचानक खराब हो गया, तकनीशियन ने उसकी खराबी दूर करने की कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सूत्रों के मुताबिक चूंकि डीपीसी ट्रेन मुख्य लाइन पर खराब हुई थी इसलिए अन्य ट्रेनों के आवागमन में बाधा पैदा हुई, शंटिंग (एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने) के लिए कोई इंजन नहीं मिल पाने के कारण रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों ने डीपीसी ट्रेन को मजबूरन धक्का लगाकर मुख्य लाइन से लूप लाइन पर पहुंचाया।
विपक्ष ने की आलोचना
इसी बीच, किसी व्यक्ति ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जो तेजी से फैल गया। सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर वायरल वीडियो डालते हुए लिखा, ''रेल मंत्री को तुरंत बुलवाओ, उनसे भी धक्का लगवाओ! लगता है भाजपा की ‘डबल इंजन की सरकार’ में आज इलेक्टोरल बॉण्ड का ईंधन नहीं पड़ा तभी अमेठी के निहालगढ़ क्रॉसिंग पर लोग धक्का लगाने पर मजबूर हैं।'' कांग्रेस ने भी अपने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल पर यह वीडियो डाला और लिखा, ''वादा था बुलेट ट्रेन का, अब ट्रेन को भी धक्का देना पड़ रहा है। मोदी सरकार में हर सेक्टर तबाह हुआ है। रेलवे का काफी नुकसान हुआ है।'' (भाषा)