वाराणसी: कांवड़ यात्रा को लेकर जारी नेमप्लेट विवाद के बीच अब वाराणसी नगर निगम ने सावन महीने में कांवड़ यात्रा के रूट में पड़नेवाली मीट दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। इससे पहले यूपी सरकार ने कांवडि़यों की पवित्रता का ख्याल रखते हुए कांवड़ रूट के दुकानदारों को नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया था।
आज से ही दुकानें बंद
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक हुई। इस बैठक में फैसला लिया गया कि काशी विश्वनाथ जलाभिषेक के लिए आने वाले कांवड़ियों की आस्था को देखते हुए कांवड़ मार्ग पर पूरे सावन माह में मांस और मीट की दुकानें बंद रहेगी। आज सावन के शुरुआत से ठीक एक दिन पहले खुद प्रभारी पशु चिकित्सा अधिकारी अनुपम त्रिपाठी ने बनारस की सड़कों पर रियलिटी चेक किया और दुकानें बंद कराई।
पूरे सावन माह बंद रहेंगी दुकानें
दरअसल, सावन के महीने में कांवड़ लेकर लेकर बड़ी संख्या में बाबा विश्वनाथ के भक्त जलाभिषेक करने काशी आते हैं। ऐसे में मन्दिर जाने वाले रास्तों पर कई इलाकों में मांस और मीट की दुकानें भी पड़ती है। ये दुकानें अब पूरे सावन माह में बन्द रहेंगी। इस आदेश का पालन कराने के लिए खुद प्रभारी पशु चिकित्सा अधिकारी अनुपम त्रिपाठी सड़कों पर उतर गए।
शिवाला, सोनारपुरा, नबाबगंज में मीट दुकानें बंद
आज सावन के ठीक एक दिन पहले गुरु पूर्णिमा पर अनुपम त्रिपाठी ने काशी विश्वनाथ मन्दिर की ओर कांवड़ लेकर जाने वाले शिवाला, सोनारपुरा, नबाबगंज इलाकों में मीट की दुकानें बंद कराई। दुकानें बंद होने पर दुकानदार यह मानते हैं कि एक महीना रोजी-रोटी का संकट तो बना रहेगा लेकिन हमें तो आदेश का पालन करना है क्योंकि जब हम उनका ( हिंदुओं) का ख्याल रखेंगे तभी हमारा भी ख्याल रखा जाएगा।
(रिपोर्ट-अश्विनी त्रिपाठी)