लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा रद्द करने को युवाओं की जीत बताया है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले तो भाजपाई कह रहे थे पेपर लीक ही नहीं हुए तो अब कैसे मान लिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार नौकरियों के नाम पर जो खेल बेरोजगार युवक-युवतियों से खेल रही है, उसका सच अब सब समझने लगे हैं। सपा सुप्रीमो ने कहा कि ये खेल भाजपा को इस बार बहुत महंगा पड़ेगा।
‘सबूतों के आगे झुकने पर मजबूर हुई है सरकार’
अखिलेश ने सोशल मीडिया वेबसाइट X पर कहा, ‘यूपी पुलिस आरक्षी परीक्षा का निरस्त होना युवाओं की जीत है और भाजपा सरकार के प्रपंचों की हार। पहले तो भाजपाई कह रहे थे पेपर लीक ही नहीं हुए तो अब कैसे मान लिया। इसका मतलब अधिकारी और अपराधी मिले हुए थे और सरकार भी पीछे से अपना हाथ उनके सिर पर रखे हुई थी। लेकिन तमाम सबूतों के आगे चुनाव में ऐतिहासिक हार से बचने के लिए सरकार झुकने पर मजबूर हुई है।’
‘युवा किसी बहकावे या भाजपाई झांसे में नहीं आएंगे’
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘भाजपा सरकार नौकरियों के नाम पर जो खेल बेरोज़गार युवक-युवतियों से खेल रही है, उसका सच अब सब समझने लगे हैं। दिखावे के लिए नौकरियां निकालना, अरबों रुपये की फीस ले लेना, पेपर लीक होने देना फिर निरस्त करने का नाटक करना… ये खेल भाजपा को इस बार बहुत महंगा पड़ेगा। इस बार युवाओं ने ठान लिया है कि न बहकावे में आएंगे न किसी भाजपाई झांसे में। युवा अगले हर चुनाव में भाजपा को बुरी तरह हराएंगे और हमेशा के लिए हटाएंगे।’
‘भर्ती की फीस कहीं बीजेपी का चुनावी फंड न बने’
अखिलेश यादव ने कहा, ‘युवा कह रहे हैं कि फीस के नाम पर जो पैसा लिया गया है कहीं वो भाजपा का चुनावी फंड न बन जाए, इसीलिए अभ्यर्थियों का फार्म जमा रहे लेकिन भाजपा सरकार फीस का पैसा अभी लौटाए और जब कभी दुबारा परीक्षा हो तो ऑनलाइन डिजिटल पेमेंट से तुरंत फिर से फीस ले ले।’