लखनऊ: 27 फरवरी को उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों पर चुनाव हुए। इन चुनावों में आठ उम्मीदवार भारतीय जनता पार्टी के जीते और 2 उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के विजय हुए। इन चुनावों में जमकर क्रॉस वोटिंग हुई और इसका नुकसान समजवादी पार्टी को हुआ। उनका एक उम्मीदवार चुनाव हार गया। क्रॉस वोटिंग करने वाले समाजवादी पार्टी के विधायक थे। अब इस पूरे प्रकरण पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव का दर्द छलका है।
बागी विधायकों को दिया गया फ्लैट और विला- अखिलेश
27 फरवरी को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि हमने यह देखने के लिए तीसरा उम्मीदवार उतारा था कि कौन हमारे साथ है और कौन हमारे खिलाफ। अब पूरी स्थिति साफ़ हो गई है। अब हम इस हिसाब से आगे की रणनीति बनाएंगे। वहीं अब अखिलेश यादव ने बीजेपी और अपने बागी विधायकों पर तीखा हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार को वोट देने वाले सपा विधायकों को फ्लैट और विला मिला है।
इसकी अभी वो रजिस्ट्री नहीं करा रहे- सपा प्रमुख
उन्होंने कहा कि इन विधायकों को फ्लैट को विला दिए गए हैं। हालांकि इसकी अभी वो रजिस्ट्री नहीं करा रहे हैं। वो रजिस्ट्री दो साल बाद कराएंगे, क्योंकि अगर वह अभी कराते हैं तो पकडे जाएंगे। इसके साथ ही कई विधायकों को मंत्री बनाने का भी लालच दिया गया है। उन्होंने कहा कि सपा के विधायकों को तोड़ने वाले में एक उपमुख्यमंत्री हैं और स्वास्थ्य विभाग संभाल रहे हैं। वो अच्छा काम नहीं कर पा रहे हैं तो सपा से गए विधायकों को मंत्रालय सौंप दें।
'प्रदेश का युवा और किसान परेशान'
सपा प्रमुख ने कहा कि आज प्रदेश का युवा और किसान परेशान है। परीक्षाएं आयोजित नहीं हो रही हैं और जो हो रही हैं, उनके पेपर लीक हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पेपर लीक खुद सरकार कराती है, जिससे उन्हें युवाओं को नौकरी ना देनी पड़े और वह बेरोजगार होकर सड़कों पर घूमता रहे। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। युवा बीजेपी की चाल को समझ चुका है और आगामी लोकसभा चुनावों में इसका जवाब देगा।