महिला सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उदाहरण आज के समय में हैं उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले की रहने वाली आरती। आरती ने वो कर दिखाया है जो कम ही लोग कर पाते हैं। दरअसल आरती को इंग्लैंड में सम्मानित किया गया है। बहराइच की जिलाधिकारी मोनिका रानी ने महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत बैंकों से ऋण दिलाकर जिले की पांच महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के गांधी जयंती पर उन्हें पिंक रिक्शा उपलब्ध कराने की अभिनव पहल की थी। इसके तहत 5 महिलाओं के नामों को चयनित किया गया था, जिसमें आरती का नाम भी शामिल था। ये सभी महिलाएं तलाकशुदा हैं और सड़क पर पिंक ऑटो चलाती हैं। पिंक ऑटो चलाने के लिए सरिता को इंग्लैंड में सम्मानित किया गया है।
महिला सशक्तिकरण का उदाहरण हैं आरती
इस बाबत बहराइच जिले की डीएम ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरों को शेयर किया है। इस पोस्ट को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, "महिला सशक्तिकरण की दिशा में डीएम की अभिनव ने दिखाया रंग। लन्दन में यू.के. रॉयल अवार्ड से नवाज़ी गई बहराइच की पिंक ई-रिक्शा चालक आरती। बकिंघम पैलेस में किंग चार्ल्स से मुलाकात का मिला अवसर। महिला सशक्तिकरण की पहचान बनी आरती।" बता दें कि आरती रिसिया ब्लॉक की रहने वाली हैं जो पिंक रिक्शा चलाती हैं। आरती को 22 मई के दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लंदन में आयोजित कार्यक्रम में रॉयल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
लंदन में मिला अवॉर्ड, किंग चार्ल्स से हुई मुलाकात
बता दें कि आरती आगा खान फाउंडेशन से भी जुड़ी हुई हैं। उन्हें जिला प्रशासन की तरफ से 2 अक्टूबर 2023 के दिन पिंक ई-रिक्शा योजना के तहत ई-रिक्शा दिया गया था। यूके में रॉयल अवॉर्ड के लिए दुनियाभर से आवेदन मांगे गए थे। आरती का नाम भी इस अवॉर्ड के लिए भेजा गया था, जिसमें आरती का चयन हो गया। आरती का चयन अमल क्लूनी महिला सशक्तिकरण अवॉर्ड के लिए हुआ है। आरती के लंदन आने-जाने के लिए प्रिंस ट्रस्ट की तरफ से सहयोग किया गया। बता दें कि इस कार्यक्रम के खत्म होने के बाद आरती को बंकिंघम पैलेस में किंग चार्ल्स से मिलने की भी मौका मिला।